आतंकी संगठन हमास द्वारा इजरायल पर अंधाधुंध रॉकेट दागे जाने के बाद इजरायल में काफी तबाही हुई है। हमास की तरफ से इस तरह के हमले की इजरायल को बिल्कुल उम्मीद नहीं थी। हमास के लड़ाकों ने इजरायल के निर्दोष लोगों, महिलाओं एवं बच्चों के साथ अमानवीय अत्याचार किया और लगभग 150 लोगों को बंधक बना लिया। हमास के इस हमले के बाद इजरायल ने भी ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई की है। इजरायल की वायु सेना द्वारा गाजापट्टी स्थित हमास के ठिकानों पर लगातार छह दिनों से भयंकर बमबारी की जा रही है। इजरायली सेना द्वारा की जा रही बमबारी के कारण गाजापट्टी की बड़ी-बड़ी इमारतें मलवे में तब्दील हो गई हैं। पूरा गाजापट्टी इलाका धुआं-धुआं नजर आ रहा है। इजरायल की पैदल सेना ने भी गाजापट्टी को चारों तरफ से घेर रखा है। किसी भी वक्त इजरायल की पैदल सेना जमीनी ऑपरेशन के लिए गाजापट्टी में घुस सकती है। हमास के लड़ाके अब भी इजरायल पर हमला कर रहे हैं। दोनों तरफ से छिड़े युद्ध में अब तक 2400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। समय बीतने के साथ ही युद्ध का दायरा भी बढ़ रहा है। हमास के समर्थन में लेबनान के आतंकी समूह हिज्बुल्लाह तथा सीरिया में सक्रिय आतंकी भी इजरायल पर मोर्टार और मिसाइल दाग रहे हैं।

इजरायल की सेना भी इन लोगों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इधर इजरायल को सुपर पावर अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली तथा भारत जैसे देशों का पूरा समर्थन मिल रहा है। अमरीका ने तो इजरायल के समर्थन में पूर्वी भूमध्य सागर में अपने दो युद्धपोतों यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड तथा यूएसएस ड्वायट आईसेन हावर को तैनात कर दिया है। अमरीका का दोनों युद्धपोत हर तरह के घातक हथियारों से लैस है। अमरीका ने इसके अलावा इजरायल को तत्काल हथियारों की आपूर्ति की है। इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने खुलेआम ऐलान किया है कि उनकी लड़ाई हमास को मिटाने तक जारी रहेगी। इजरायली सेना के लिए सबसे बड़ी मुसीबत यह है कि हमास के लड़ाके गाजापट्टी में बनाए गए सुरंग में छिपे हुए हैं जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है। गाजापट्टी तीन तरफ से इजरायल से घिरा हुआ है, जबकि चौथी ओर भूमध्य सागर है। भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाते हुए इजरायल ने गाजापट्टी में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी है जिससे आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। गाजापट्टी वैसे तो फिलिस्तीन देश के अंदर है, किंतु वहां आतंकी संगठन हमास का शासन चलता है। हमास को ईरान, कतर, जॉर्डन, तुर्की, पाकिस्तान जैसे देशों का समर्थन मिल रहा है। 22 मुस्लिम देशों से घिरा इजरायल 1948 से ही अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। 1948, 1956, 1667 एवं 1973 के बाद 2023 इजरायल के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है।

अपने जुझारूपन के बल पर इजरायल अपने पड़ोसी देशों का करारा जवाब देता रहा है। इजरायल की वायुसेना ने गाजापट्टी स्थित इस्लामिक नेशनल बैंक एवं इस्लामिक यूनिवर्सिटी को भी जमींदोज कर दिया है। इस्लामिक नेशनल बैंक पर हमास को धन उपलब्ध करवाने तथा इस्लामिक यूनिवर्सिटी पर हमास कैडरों को प्रशिक्षण देने एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के आरोप हैं। लड़ाई आगे बढ़ने के साथ ही और देश भी युद्ध में शामिल हो सकते हैं। हमास के आतंकियों ने इजरायल के साथ-साथ कई दूसरे देशों के नागरिकों का अपहरण कर लिया है। इजरायल और हमास के बीच चल रहे टकराव का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। गाजापट्टी से लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। भारत ने भी अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया है। हमास-इजरायल संघर्ष ने पश्चिमी एशिया एवं मध्य-पूर्व की स्थिति को बारूद के मुहाने पर ला दिया है। युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, किंतु हमास के अमानवीय हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।