गौतम गंभीर ने आज गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर का दौरा किया और वहां पूजा-अर्चना की। वह भारत की इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले आशीर्वाद लेने के लिए मंदिर गए थे। यह उनका एक आध्यात्मिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जो नई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत के साथ मेल खाता है। यह दौरा उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था, हालांकि यह एक छोटी यात्रा थी। गौतम गंभीर दोपहर 1 बजे के आसपास दिल्ली लौटने वाले थे। उनकी यह आध्यात्मिक यात्रा परंपरा के प्रति उनकी श्रद्धा और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से पहले दिव्य आशीर्वाद लेने में उनके विश्वास को दर्शाती है।


कामाख्या मंदिर नीलाचल पहाड़ी पर स्थित है और देश के प्रमुख शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में देवी की कोई मूर्ति या चित्र नहीं है, बल्कि देवी की योनि की पूजा की जाती है, जिसे एक प्राकृतिक कुंड के रूप में पूजा जाता है।


गौतम गंभीर के साथ ही भारतीय टीम भी इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए तैयार है, जो 20 जून से शुरू होगी। इस सीरीज में शुभमन गिल कप्तान और ऋषभ पंत उप-कप्तान होंगे। टीम में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है ¹.