असम के लुप्तप्राय देउरी भाषा को हमेशा के लिए संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम। उत्तर गुवाहाटी के राजादुवारा स्थित मुख्यालय में "देउरी-असमिया-अंग्रेजी" त्रिभाषी शब्दकोश पर 19वीं और अंतिम कार्यशाला का शुरु हो चुकी है। इस त्रीभाषी शब्दकोश का काम 2023 में ही प्रारम्भ किया गया। विभिन्न कारणों से यह शब्दकोश पूरा नहीं हो सका था, लेकिन अबिलेक के वर्तमान निदेशक डॉसुदेंचा भट्टाचार्य की पहल पर इसका अंतिम चरण शुरू हो गया है। कार्यशाला में देउरी साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ शरणन देउरी, पूर्व अध्यक्ष लीलाकांत देउरी, पूर्व महासचिव प्रबीन कुमार देउरी, पत्रिका सचिव मोनिमोहन देउरी और विद्यासागर देउरी उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि अंतिम कार्यशाला में प्रत्येक देउरी शब्द का उच्चारण समानांतर रूप से रिकॉर्ड किया जा रहा है। अबिलेक ने शब्दकोश का ऑनलाइन संस्करण प्रकाशित करने की भी पहल की है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष पाठकों को शब्दकोश मिल जाएगा। कार्यशाला का संचालन अबिलेक के सहायक प्रोफेसर डॉ. पलाश कुमार नाथ की देखरेख में किया जा रहा है। इस शब्दकोष में लगभग 10,000 देउरी शब्द शामिल होंगे। उम्मीद है कि यह शब्दकोष देउरी समुदाय के अस्तित्व को कायम रखेगा, जिसकी जनसंख्या वर्तमान में लगभग 250,000 है।