एक बार फिर मध्य-पूर्व या पश्चिमी एशिया जल उठा है, इसका आगाज हमास ने कर दिया है तो इसके जवाब में इजराइल ने गाजापट्टी पर चढ़ाई की तैयारी पूरी कर ली है। साथ ही इस मुद्दे पर जिस तरह विश्व समुदाय बंटा हुआ है, उससे तृतीय विश्वयुद्ध की संभावना बढ़ गई है। कारण कि इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में सिर्फ इजराइल ही नहीं है, बल्कि अरब देश भी आ गए हैं। हमास जैसे किसी आतंकी संगठन के समर्थन में एकजुट होना कितना सही है, यह तो अरब देशों के शासनाध्यक्ष ही बता पाएंगे, परंतु हमास की गतिविधियों को मानवीय दृष्टि से सही करार नहीं दिया जा सकता। उसी तरह अब जिस तरह से गाजा को दखल करने के लिए इजराइल तत्पर है उसे भी सही नहीं कहा जा सकता है। इसको लेकर अमरीका के राष्ट्रपति जो वाइडेन चेता चुके हैं, परंतु इजराइल की नीयत क्या है या क्या हो सकता है, इससे सभी वाकिफ हैं। इसी कड़ी में बीते 48 घंटों में उत्तरी गाजा में रहने वाले 11 लाख से ज्यादा लोग अपने-अपने घरों से पलायन कर चुके हैं, जिसके पास गाड़ी और पेट्रोल है वह गाड़ी में, जिसके पास घोड़ा या ऊंट गाड़ी है वह उससे और जिसके पास कुछ नहीं वह पैदल ही निकल गया है।
इजराइल ने इन्हें यहां से सुरक्षित निकलने के लिए एक गलियारा तय किया है उसी रास्ते से ये लोग जा रहे हैं। इजराइल के बमों से बचने के लिए ये लोग दक्षिणी गाजा की तरफ जा रहे हैं, वहां की हालत पहले से ही अच्छी नहीं है और अब इन लोगों के आने से हालात और बिगड़ गए हैं। लोगों को जहां जगह मिल रही है वहीं अपना सिर छिपाने के लिए सिमट जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के चलाए स्कूलों और दूसरे केंद्रों के अलावा गलियों और सड़कों पर भी लोगों के झुंड नजर आ रहे हैं। करीब 10 लाख लोगों ने उत्तरी गाजा से बीते 24 घंटों में पलायन किया है। कारण कि वहां ना बिजली, ना पानी, ना इंटरनेट है। इसलिए लोग वहां से जल्द से जल्द निकल जाने को विवश हैं। उल्लेखनीय है कि हमास के रॉकेट हमले के बाद बौखलाए इजराइल ने गाजा पर हवाई हमलों की झड़ी लगा दी है। गाजा की सीमा पर भारी संख्या में सैनिकों और बख्तरबंद गाडिय़ों का जमावड़ा है। वहां से आ रही खबरों से ऐसा लग रहा है कि इजराइल गाजा पर जमीन, पानी और आकाश के रास्ते से हमला करने की तैयारी कर चुका है और हमला किसी भी वक्त हो सकता है।
फिलहाल गाजा में रहने वाले तकरीबन 24 लाख लोगों की जान पर बन आई है। इजराइल का कहना है कि हमले की कार्रवाई में जमीनी अभियान का एक बड़ा हिस्सा होगा। इजराइल की अब तक की कार्रवाई में गाजा के 2,670 लोगों की मौत हुई है, इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। दूसरी ओर हमास का समर्थन करने वाले ईरान और लेबनान तथा हिज्बुल्लाह ने चेतावनी दी है कि गाजा पर आक्रमण के विरुद्ध जवाबी कार्रवाई भी हो सकती है। ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दोलाहियान ने चेतावनी दी है कि अगर इजराइल सैनिकों को गाजा में भेजता है तो कोई भी स्थिति पर नियंत्रण और संघर्ष के फैलने की गारंटी नहीं दे सकता। उल्लेखनीय है कि इजराइल और लेबनान की सीमा पर भी गोलीबारी हुई है जिसके बाद इजराइल ने यह इलाका आम लोगों के लिए बंद कर दिया है। रविवार को दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के अड्डे पर एक रॉकेट से हमला हुआ। लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों में भारत के हजारों सैनिक तैनात हैं। इधर इजराइली सेना का कहना है कि इजराइल में हिज्बुल्लाह के हमले में एक इजराइली नागरिक की मौत हो गई है।
पिछले एक हफ्ते में इजराइल में कम से कम दो और लेबनान में 10 लोगों की जान गई है। अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन सोमवार को फिर से इजराइल पहुंचे। वह संकट के इस दौर में मध्य-पूर्व के देशों की यात्रा कर स्थिति को थोड़ा संभालने की कोशिश में हैं। हालांकि इजराइल ने हमास के अभूतपूर्व हमले का बदला लेने के लिए जिस तरह के अभियान की शुरुआत की है उसे देखकर चिंता बढ़ गई है। अरब लीग और अफ्रीकी यूनियन ने चेतावनी दी है कि गाजा पर आक्रमण अभूतपूर्व अनुपात में नरसंहार को जन्म दे सकता है। संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख अंटोनियो गुटेरेश ने भी चेतावनी दी है कि पूरा इलाका रसातल में जाने की कगार पर पहुंच गया है। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि हमला करने और चरमपंथियों को बाहर निकालने की जरूरत थी, लेकिन इलाके पर कब्जे के लिए कोई भी कदम उठाना बड़ी गलती होगी। उधर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा है कि उनके देश की उत्तर की जंग में कोई दिलचस्पी नहीं है, हम स्थिति को और बिगाडऩा नहीं चाहते हैं।