पड़ोसी देश पाकिस्तान में निश्चित अंतराल पर भारत विरोधी एक-एक आतंकी जहन्नूम में पहुंचाए जा रहे हैं। इसको लेकर आतंकी संगठनों के सरगनाओं में दहशत का माहौल है। पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, हिज्बुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन तथा लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को घर से बाहर नहीं जाने की सलाह दी है। मोस्ट वांटेड आतंकियों और उनके सहयोगियों के खात्मे का सिलसिला अब तेज हो रहा है। पिछले रविवार को आतंकी ख्वाजा शाहिद उर्फ मियां मुजाहिद का शव पाक अधिकृृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद से 75 किलोमीटर दूर बरामद किया गया था। इस पर आरोप था कि वह जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2018 के दौरान सेना के सुंजवान कैंप पर हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड था। उस हमले को नाकाम करने में पांच जवान शहीद हुए थे। इससे पहले 23 अक्तूबर को दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी का एक गुर्गा मोहम्मद सलीम मारा गया था।
सलीम की हत्या करने के बाद उसके शव को ल्यारी नदी में फेंक दी गई थी। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का करीबी शाहिद लतीफ मारा गया था, जो पठानकोट हमले का मास्टर माइंड बताया जाता था। इस हमले में शामिल दूसरा आतंकी मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज अज्ञात लोगों की गोली का शिकार हो गया था। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का करीबी दाऊद मलिक भी मौत के घाट उतारा जा चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मसूद अजहर, हाफिज सईद, लखवी और दाऊद इब्राहिम जैसे दहशतगर्दों को यूएपीए का आतंकी घोषित किया है। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों के मारे जाने का सिलसिला केवल पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे मुल्कों जैसे कनाडा, इंग्लैंड में भी चल रहा है। दुनिया की आंख में धूल झोंकने के लिए पाकिस्तान इन आतंकियों को बचाने के लिए नए पैंतरे चलता रहता है। शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से पहले पाकिस्तान ने कहा था कि मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान में है।
उसकी गिरफ्तारी के लिए अफगानिस्तान को चिट्ठी लिखी गई है। लेकिन वास्तविकता यह है कि अजहर पाकिस्तान में ही था। आतंकी शाहिद लतीफ को भी जहन्नूम पहुंचा दिया गया है, जो 2016 के पठानकोट हमले का मास्टर माइंड था। उस हमले में भारतीय सेना के सात जवान शहीद हो गए थे। आतंकी होर्मुज ने ही ईरान से नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को अगवा कर आईएसआई के हवाले किया था। कुलभूषण जाधव अभी पाकिस्तान की जेल में बंद है। पिछले 20 फरवरी को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज को रावलपिंडी में गोली मारी गई थी। उसका काम पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराना था। आईएसआई ने उसे हिज्बुल मुजाहिद्दीन का लांच पैड संभालने की जिम्मेवारी दी थी। खालिस्तान कमांडो फोर्स का खंूखार आतंकी परमजीत सिंह पंजवर की भी पाकिस्तान में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की थी। इसके अलावा आतंकी जहूर मिस्त्री की भी हत्या हुई थी जो कंधार विमान अपहरणकांड में शामिल था।