पूर्वांचल प्रहरी खेल संवाददाता गुवाहाटी: असम की तैराकी दुनिया के लिए अच्छी खबर है। असम के रूपम गोगोई ने नई दिल्ली में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्विमिंग पूल में 7 से 9 फरवरी तक सात देशों के बीच आयोजित अंतर्राष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। असम के एक अन्य प्रतिभाशाली तैराक जनंजय ज्योति हजारिका ने दो रजत पदक जीते। लड़कियों की 100 मीटर बटर फ्लाई वर्ग में जान्हवी कश्यप ने रजत पदक जीता। बिम्सटेक नाम की इस अंडर-20 प्रतियोगिता में सात देशों ने हिस्सा लिया। दक्षिण एशिया में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल के साथ-साथ पूर्वोत्तर एशिया से म्यामां और थाईलैंड के कुल 265 प्रतियोगियों ने इसमें भाग लिया।

इन प्रतियोगिताओं में तैराकी, गोताखोरी और वाटर पोलो शामिल थे। इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, नेपाल सरकार के युवा मामले और खेल मंत्री डिग बहादुर लिम्बू, बिम्सटेक के महासचिव इंद्रमणि पांडे और विभिन्न सरकारी अधिकारी उपस्थित थे। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के मुताबिक दुनिया की 25 फीसदी आबादी इसी क्षेत्र में रहती है। उल्लेखनीय है कि 2018 में नेपाल में आयोजित चौथी बिम्सटेक प्रतियोगिता के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगली प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में करने की इच्छा जताई थी। लेकिन कोविड महामारी के कारण इसे 2024 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।

 गोलाघाट के रूपम गोगोई ने थाईलैंड और म्यामां के प्रतिद्वंद्वियों को हराकर 1 मीटर स्प्रिंग बोर्ड में स्वर्ण पदक जीता। गोताखोरी में असम की ओर से यह पहला अंतर्राष्ट्रीय पदक है। असम के एक और तैराक जनंजय ज्योति हजारिका ने लड़कों की 50 और 100 मीटर स्पर्धा में दो रजत पदक जीते। उनके साथ असम की जान्हवी कश्यप ने भी इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में लड़कियों की 100 मीटर बटरफ्लाई में रजत पदक जीता।

असम की एक अन्य प्रतिभाशाली तैराक आस्था चौधरी ने भी इस प्रतियोगिता के लिए  क्वालिफाई किया था, लेकिन कोच के निर्देशों के अनुसार इस टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने का फैसला किया। उल्लेखनीय है कि बिम्सटेक तैराकी प्रतियोगिता पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा आयोजित की जाती है। असम के तीन उभरते तैराकों ने एक बार फिर इतनी प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतकर असम की प्रतिभा का परिचय दिया है।