असम में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए एडवांटेज असम-2.0 के आयोजन की जोरदार तैयारी चल रही है। आगामी 25 एवं 26 फरवरी को खानापाड़ा के वेटनरी खेल मैदान में आयोजित होने वाले एडवांटेज असम-2.0 को सफल बनाने के लिए दिसपुर में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। उद्योग मंत्री विमल बोरा ने जनता भवन के कार्यालय में सरकार द्वारा गठित अतिथि आमंत्रण, प्रदर्शनी, प्रोटोकॉल, अतिथि सेवाएं, परिवहन एवं सुरक्षा समिति के साथ समीक्षा बैठक भी की है। प्रदर्शनी समिति अपनी तैयारी अलग से कर रही है। निवेशकों के लिए होटल आवास एवं परिवहन व्यवस्था की समीक्षा की गई है। बाहर से आने वाले अतिथियों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किये जा रहे हैं। निवेशकों के वाहनों के यातायात एवं पाॄकग क्षेत्र में बेतहर व्यवस्था के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। असम में निवेश के लिए घरेलू एवं विदेशी निवेशकों को आकर्षिक करने के लिए इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप को भी कई निर्देेश जारी किये गए हैं। गुवाहाटी महानगर को सुंदर ढंग से सजाया जा रहा है। दिन-रात शहर की सड़कों की सफाई एवं रंग-रोगन का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा एडवांटेज असम-2.0 को सफल बनाने के लिए लगातार विदेशों का दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पिछले 3 फरवरी को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की है तथा उनको तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। मालूम हो कि प्रधानमंत्री एडवांटेज असम-2.0 सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर 25 फरवरी को हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सहित कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की है तथा सम्मेलन के बारे में उनको जानकारी दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 26 फरवरी को होने वाले समापन समारोह में हिस्सा लेंगी। 24 फरवरी को सरुसजाई स्टेडियम में झुमुर नृत्य का विश्व रिकॉर्ड बनेगा, जिसमें लगभग 8000 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में भी हिस्सा लेेंगे। मुख्यमंत्री 10 फरवरी को सिंगापुर पहुंचे हैं। वे वहां के उद्यमियों के साथ बैठक करेंगे तथा उन्हें एडवांटेज असम-2.0 में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगे। असम को मैन्युफैक्चर हब बनाने के लिए असम सरकार बाहर के निवेशकों को आमंत्रित करने में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री ने सिंगापुर में कहा कि हमारा फोकस औद्योगिकीकरण, सेमीकंडक्टर, डीप टेक्नालोजी, बुनियादी ढांचा एवं निर्माण पर है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया एवं जापान की यात्रा की थी। वहां के उद्यमियों एवं मंत्रियों के साथ बैठक कर असम आने का निमंत्रण दिया था। उद्योग मंत्री विमल बोरा भी जर्मनी सहित कुछ देशों की यात्रा कर असम में पूंजी निवेश के लिए जागरूकता फैलाने का काम कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सिंगापुर में रोडशो करके जागरूकता फैलाने का काम करेंगे। केंद्र सरकार अपने एक्ट-ईस्ट पॉलिसी के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिए कदम उठा रही है। दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ पूर्वोत्तर के संबंध बेहतर होने से पूंजी निवेश बढ़ेगा जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पिछली बार असम में एडवांटेज असम का आयोजन किया गया था, किंतु उसके सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए। इस बार ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए ताकि बाहरी निवेशक यहां निवेश करने में दिलचस्पी दिखाएं। इसके साथ ही स्थानीय निवेशकों को भी पूंजी निवेश के लिए सुविधायें देनी चाहिए। उद्योग लगाने से संबंधित अनुमति प्रक्रिया को सरल बनाये जाने की जरूरत है ताकि निवेशकों को परेशानी नहीं हो। निवेशकों को लालफीताशाही के तामझाम से मुक्त करने की जरूरत है। औद्योगिक वातावरण के लिए जबरन चंदा उगाही संस्कृृति पर रोक लगानी होगी। बहुत ऐसे संगठन हैं जो निवेशकों के द्वारा काम करने के साथ ही धन उगाही के लिए पहुंच जाते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरतने की जरूरत है।