पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) तथा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की धमकी से कोहराम मचा हुआ है। पिछले 48 घंटों के दौरान पाकिस्तान में हमले की 57 घटनाएं हुई हैं। बीएलए ने पिछले हफ्ते बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया। इस घटना में सेना तथा सेना से सबिंधित 214 लोगों को मौत के घाट उतार देने का दावा किया गया है। दूसरी तरफ बीएलए ने बलूचिस्तान के क्वेटा के पास सेना के एक काफिले पर आत्मघाती हमला कर 90 जवानों को मार देने का दावा किया है। टीटीपी भी पाकिस्तानी सेना पर हमले करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। ऐसी खबर है कि बीएलए तथा टीटीपी ने पाकिस्तान के खिलाफ हाथ मिला लिया है। इसको लेकर पाकिस्तानी सरकार तथा सेना के बीच चिंता बढ़ गई है। दूसरी तरफ भारत में आतंकवाद प्रायोजित करने वाले आतंकी संगठनों के बड़े-बड़े आका पाकिस्तान में मारे जा रहे हैं। इसको लेकर भी रहस्य बना हुआ है। पिछले दो वर्षों के दौरान पाकिस्तान में विभिन्न आतंकी संगठनों के 15 खूंखार आतंकी मारे गए हैं। पाकिस्तान इनकी हत्या के लिए भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर आरोप लगा रही है। पिछले 15 मार्च को पाकिस्तान में क्वेटा हवाई अड्डे के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने हफीज सइद तथा उसके भतीजे अबूल कताल पर जानलेवा हमला किया। अबू कताल की मौत हो चुकी है जबकि हफीज सईद सेना के अस्तपताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। सबको मालूम है कि हफीज सईद लश्कर-ए-तैएबा का सरगना है जिसके इशारे पर भारत में आतंकी गतिविधियां चलाई जा रही हैं। अबू कताल पिछले 9 जून को जम्मू-कश्मीर में तीर्थ यात्रियों की बस पर हमले का मास्टरमाइंड था। जिस वक्त नरेंद्र मोदी सरकार शपथ ले रही थी उस वक्त लश्कर-ए-तैएबा वैष्णव देवी मंदिर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के बीच खौफ पैदा करना चाहता था। इसी तरह अब्दुल बाकी नुरजई जो जामियत उलेमा ए-इस्लाम का आतंकी था, वह मारा गया है। इसी तरह अक्तूबर 2022 में पाकिस्तान के खैबरपख्तुनख्वा के ऐबटाबाद में युनाइटेड जिहाद काउंसिल का सचिव शेख जमील-उर-रहमान की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी तरह 6 दिसंबर 2023 को कराची में हफीज सईद का करीबी हंजलन अदनान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह आतंकी वर्ष 2016 में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले का मास्टरमाइंड था। इसी तरह 14 नवंबर 2023 को पाकिस्तान के सियालकोर्ट में मोहम्मद मुजम्मिल और उसके साथी की हत्या कर दी गई थी। 12 नवंबर 2023 को कराची में जैश कमांडर तारीक रहीम की हत्या कर दी गई थी। तारीक रहीम जैश-ए-मोहम्मद के सुप्रीमो मौलाना मसूद अजहर का करीबी था। इसी तरह लश्कर-भर्ती सेल चलाने वाला अकरम खान की 9 नवंबर 2023 को हत्या कर दी गई। अकरम जम्मू कश्मीर में 2018 से 2020 तक युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती करवाता था। इसी तरह ख्वाजा सईद, मोहम्मद सलीम, मुल्लाह बाहौर उर्फ होर्मुज, शाहिद लतीफ, अबू कासीम, सरदार हुसैन, सैय्यद नून सालोबर, खालिद राजा व बशीर अहमद पीर की भी अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद, डी कंपनी, लश्कर-ए-तैएबा, लश्कर-ए-जब्बर तथा हिजबुल मुजाहिद्दीन के के लिए काम करने वाले सभी टॉप कमांडर थे, जिनकी हत्या कर दी गई। पाकिस्तान में हर दो-तीन सप्ताह के बाद एक आतंकी की हत्या हो रही है। प्रश्न यह उठता है कि आईएसआई तथा पाकिस्तान सेना की भारी सुरक्षा में रहने वाले इन आतंकियों की हत्या कैसे हो रही है? इसको लेकर पाकिस्तान सेना पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान में भारत विरोधी गतिविधियों में लगे बड़े आतंकियों का सफाया भारत के हित में है।
पाकिस्तान में कोहराम
