पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता गुवाहाटी : मैंने सेबा के अध्यक्ष से कहा है कि इस वर्ष समाजअध्ययन में अतिरिक्त अंक देकर भी मैट्रिक परीक्षा में भांजों को पास करना आवश्यक है। मेरी किसी भी भांजे को यह चिंता नहीं करनी चाहिए कि मैट्रिकुलेशन में उनके सामाजिक अध्ययन के पेपर खराब आए हैं। सोमवार शाम को फेसबुक लाइव में मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि मैं जब बरपेटा गया था तो वहां मेरे एक भांजे ने कहा कि मामा, इस बार मैट्रिक परीक्षा में समाज अध्ययन का पेपर बहुत मुश्किल था। हमें पास करने के लिए अतिरिक्त 10 अंक देना होगा। 16 मार्च को मैं जब बटद्रवा और नगांव गया था वहां भी मेरे कई भांजों ने वही कहा। मैं हर चीज को गंभीरता से लेता हूं। इसलिए जब मैं गुवाहाटी पहुंचा तो मैंने सेबा के अध्यक्ष से पूछा कि क्या समाज अध्यनय का पेपर वाकई कठिन था? उन्होंने मुझे बताया कि प्रश्नपत्र का पैटर्न बदल दिया गया ताकि सेबा  छात्रों के सामान्य ज्ञान के नमूने की भी जांच कर सकें। यह प्रणाली स्वागत योग्य है, लेकिन  अगर मेरे भांजे मैट्रिक में फेल हो गए तो क्या होगा? मैंने सेबा के अध्यक्ष से कहा कि आप यह सुनिश्चित करेंगे कि मेरे भांजे मैट्रिकुलेशन में समाज अध्ययन में फेल न हों। मेरे भांजों को जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त अंकों देकर भी मैट्रिक पास कराना होगा। उन्होंने मेरे अनुरोध का मान रखने का वादा किया है। इसलिए भांजों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि मेरे भांजों को अब उनकी चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पाटबाउसी सत्र के विकास के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई हैं, जहां महापुरुष शंकरदेव ने अपने जीवन के 18 वर्ष बिताए थे।