पूर्वांचल प्रहरी डिजिटल डेस्क  गुवाहाटी, 24 अप्रैल 2025:

पूर्वोत्तर भारत के छात्रों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा और मेहनत के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती। असम में ऑयल प्रज्ञान सुपर 30 के गुवाहाटी, नगांव और डिब्रूगढ़ केंद्रों और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर केंद्र के छात्रों ने JEE Mains 2025 में शानदार प्रदर्शन कर पूरे क्षेत्र को गर्व से भर दिया है।

उल्लेखनीय सफलता
गुवाहाटी केंद्र से 30 में से 25 छात्र, नगांव और डिब्रूगढ़ केंद्रों से 30 में से 28 छात्र और ईटानगर केंद्र से 30 में से 29 छात्र इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में सफल रहे हैं। यह सफलता केवल शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि समर्पण, मेहनत और एक सशक्त मार्गदर्शन प्रणाली की जीत है।

ऑयल प्रज्ञान सुपर 30 की प्रेरणादायक पहल
ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा वर्ष 2010 में शुरू की गई यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों को IIT, NIT और शीर्ष मेडिकल कॉलेजों जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए समर्पित है। यह कार्यक्रम 11 महीने की पूर्णतः निःशुल्क और आवासीय कोचिंग प्रदान करता है, जिसमें JEE (Main & Advanced) और NEET जैसी कठिन परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार किया जाता है।

15 वर्षों की परिवर्तनकारी यात्रा
पिछले 15 वर्षों में, इस कार्यक्रम से जुड़े 1,482 छात्रों में से 1,361 छात्र देश के अग्रणी इंजीनियरिंग और वैज्ञानिक संस्थानों में प्रवेश पा चुके हैं। इनमें IIT, ISM धनबाद, IIST (ISRO), ISI, IISER, BIT पटना, IIIT, भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय और NIT जैसे संस्थान शामिल हैं।

प्रमुख आंकड़े (2025 तक):

केंद्रप्रारंभ वर्षसहायताप्राप्त छात्रIIT में प्रवेशNIT में प्रवेश
गुवाहाटी201040470150
नगांव20172092573
डिब्रूगढ़201330048113
ईटानगर20152937884

सख्त चयन प्रक्रिया और व्यापक दृष्टिकोण
प्रवेश के लिए छात्रों को एक लिखित परीक्षा और एक साक्षात्कार की दो-चरणीय प्रक्रिया से गुजरना होता है। उम्मीदवारों को 4 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों से होना आवश्यक है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सहायता सही छात्रों तक पहुँचे।

ऑयल प्रज्ञान सुपर 30 न केवल अकादमिक सफलता पर बल देता है, बल्कि चरित्र निर्माण, आत्म-अनुशासन और नेतृत्व कौशल के विकास पर भी विशेष ध्यान देता है।

भविष्य के लिए प्रेरणा
इन छात्रों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि जब सही मार्गदर्शन, अवसर और मेहनत एक साथ मिलते हैं, तो असंभव भी संभव बन जाता है। यह कार्यक्रम केवल शिक्षा की रोशनी ही नहीं फैला रहा, बल्कि समाज में परिवर्तन के बीज भी बो रहा है।