भारतीय नौसेना ने गुजरात तट से लगभग 85 नौटिकल मील पर समुद्र में हाई-इंटेंसिटी फायरिंग ड्रिल आयोजित की, जिसमें ब्रहमोस सुपरसोनिक मिसाइल, मांगोस्ट ईटीएच आंटी-शिप मिसाइल तथा AK-630
एंटी-एयरक्राफ्ट गन सिस्टम का परीक्षण किया गया NavArea अलर्ट 30 अप्रैल से 3 मई 2025 तक प्रभावी रखा गया, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा महत्व पर प्रकाश पड़ा।
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमवीर सिंह ने बताया कि “यह अभ्यास पाकिस्तान सहित किसी भी प्रतिकूल तत्व को स्पष्ट संदेश देता है कि भारतीय जलसिमा का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”—“Enter at your own peril”
गुजरात तट पर इस NavArea चेतावनी के बीच स्थानीय मछुआरे भी सतर्क रहे और तटवर्ती बंदरगाहों पर औपचारिक निगरानी बढ़ा दी गई। इस अभ्यास से यह स्पष्ट हुआ कि नौसेना फायरिंग किसी भी आकस्मिक स्थिति में जटिल ऑपरेशनल तैयारियों के साथ कार्य कर सकती है।