पिछले 25 वर्षों में भारत ने न केवल आर्थिक बल्कि सैन्य शक्ति में भी पाकिस्तान को काफी पीछे छोड़ दिया है। 2025 में भारत का रक्षा बजट 81 अरब डॉलर है, जो पाकिस्तान के 10 अरब डॉलर के मुकाबले 8 गुना ज्यादा है। भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर पार कर गया है, जबकि पाकिस्तान 100 अरब डॉलर के नीचे है।
आर्थिक मजबूती का सीधा असर रक्षा तैयारियों पर भी दिखता है। भारत ने पिछले दो दशकों में लगातार 6-7% की आर्थिक वृद्धि दर बनाए रखी, वहीं पाकिस्तान 3-4% के आसपास ही रह गया। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति अपनाई, विदेशी निवेश आकर्षित किया और वैश्विक मंच पर अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई।
इसके उलट, पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता, सैन्य तख्तापलट, आतंकी संगठनों को समर्थन और गलत नीतियों ने उसकी अर्थव्यवस्था और सैन्य क्षमता दोनों को कमजोर किया है। आज भारत न केवल रक्षा तकनीक, बल्कि कूटनीति और वैश्विक सहयोग में भी पाकिस्तान से कहीं आगे है