पूर्वांचल प्रहरी कार्यालय संवाददाता

गुवाहाटी: मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को अपने परिवार के साथ नीलांचल पहाड़ स्थित कामाख्या मंदिर पहुंचकर मां कामाख्या की विधिवत पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और उत्तरोत्तर प्रगति के लिए मां से विशेष आशीर्वाद मांगा। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा एवं बच्चे भी मौजूद रहे। मंदिर में उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से पूजन कर देवी के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की। पूजन उपरांत मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री डॉ.शर्मा ने कहा कि कामाख्या धाम आकर हमेशा मन को शांति मिलती है। मैंने मां से असम के विकास और जनता के कल्याण के लिए प्रार्थना की है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक अहम घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि कामाख्या मंदिर तक दर्शनार्थियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए कामाख्या रेलवे स्टेशन और सोनाराम खेल मैदान से कामाख्या मंदिर तक रोप-वे परियोजना की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस महत्वपूर्ण परियोजना पर कार्य प्रारंभ होगा। इससे मां कामाख्या के दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा मिलेगी और स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कामाख्या धाम केवल असम ही नहीं, पूरे भारत की आस्था का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां सालभर लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। रोप-वे परियोजना के शुरू होने से न सिर्फ श्रद्धालुओं को पहाड़ पर चढ़ने में आसानी होगी, बल्कि गुवाहाटी शहर के पर्यटन मानचित्र को भी नई ऊंचाई मिलेगी। उन्होंने कहा कि कामाख्या धाम के अलावा विश्वनाथ घाट सहित राज्य के कई जगहों पर भी इस तरह की परियोजना पर अध्ययन हो रहा है। इस दिशा में सरकार पूरी तत्परता के साथ काम शुरू करने वाली है। मंदिर प्रशासन और स्थानीय व्यवसायियों ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। वहीं श्रद्धालुओं ने कहा कि अब बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए मंदिर तक पहुंचना पहले की तुलना में कहीं ज्यादा आसान होगा।