लोकसभा में ऑपरेशन ङ्क्षसदूर पर चल रही हंगामेदार चर्चा के बीच सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव शुरू कर दिया है। पिछले 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय तथा एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी। पाकिस्तान से आये आतंकियों ने वहां मौजूद पर्यटकों का धर्म पूछकर हत्या की थी। उसके बाद केंद्र सरकार ने सबक सिखाने के लिए पाकिस्तान में सक्रिय आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ङ्क्षसदूर लांच किया था। सौ दिन बीत जाने के बाद पहलगाम हमले के दोषी आतंकियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई सहित कुछ विपक्षी सदस्यों ने इसे लेकर सरकार पर तीखा हमला किया। लेकिन सेना के शीर्ष पैरा कमांडो ने 28 जुलाई को श्रीनगर के बाहरी इलाके के जंगलों में पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान उर्फ हाशिम मुसा और उनके दो साथियों को मार गिराया। सेना की कार्रवाई में मारे गए दो अन्य आतंकियों की पहचान जिब्रान एवं हमजा अफगानी के रूप में हुई है। सेना ने एक तकनीकी सिग्नल मिलने के बाद अभियान चलाया था। काफी दिन बाद आतंकियों ने सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया था, जिससे उनके लोकेशन के बारे में पता चला। सेना को खबर मिली थी कि श्रीनगर के दाचीगाम जंगल में आतंकी छिपे हुए हैं। हमले के बाद आतंकियों ने पहली बार चाइजीन अल्ट्रा कम्युनिकेशन सेट को फिर से एक्टिव किया था। उसके बाद ही सुरक्षा बलों ने उस जंगल को घेर लिया था। सुरक्षा बलों को ये भी खबर थी कि आतंकी फिर कोई बड़ी साजिश रचने के फिराक में लगे हुए हैं। आज लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव तथा उसके दौरान मारे गए तीन आतंकियों के बारे में विस्तार से बताया। ये तीनों आतंकी मुख्य रूप से पहलगाम की घटना के लिए सीधे जिम्मेवार थे। गृह मंत्री ने ऑपरेशन की हर ङ्क्षबदु पर गहराई से प्रकाश डाला। सेना की कार्रवाई से लोकसभा में नरेन्द्र मोदी सरकार को बड़ी राहत मिली है। विपक्षी दल इसको लेकर सरकार पर लगातार हमले कर रहे थे। इसके लिए जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल तथा केंद्रीय गृह मंत्री को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान चीन-पाक गठजोड़, अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान एवं पाक को हमले से पहले जानकारी देने को लेकर सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को यह जानकारी क्यों दी कि भारत केवल आतंकी ठिकाने पर ही हमला करेगा? लोकसभा में प्रधानमंत्री ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि दुनिया के किसी नेता ने भारत से युद्ध रोकने के लिए नहीं कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ के अनुरोध पर ही युद्ध रोका गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी बातचीत केवल अमरीका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से हुई थी। वेंस ने कहा था कि पाकिस्तान बड़ा हमला करने वाला है। भारत ने भी जवाब दिया कि हमलोग उससे भी बड़ा जवाब देंगे। मोदी ने स्पष्ट किया कि वेंस के साथ भी युद्ध रोकने के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई। कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन ङ्क्षसदूर के बारे में पाकिस्तान और कांग्रेस का बयान एक समान है। ऐसा लगता है कि कांग्रेसी नेता पाकिस्तानी प्रवक्ता की तरह बात कर रहे हैं। कांग्रेस को अब पाकिस्तान से मुद्दा आयात करने की जरूरत पड़ रही है। विपक्षी सदस्यों ने इस पूरे मामले में अमरीका की भूमिका पर सवाल उठाया। भारत-अमरीका संबंध बेहतर होने के बावजूद अमरीकी राष्ट्रपति ने आतंकवाद का पालन-पोषण करने वाले पाकिस्तान के फील्ड मार्शल मुनीर को ह्वाइट हाउस में लंच पर बुलाकर सम्मान दिया। चीन द्वारा ऑपरेशन ङ्क्षसदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना को दी गई खुफिया जानकारी पर भी सवाल उठे। विपक्ष की तरह प्रधानमंत्री भी आज लोकसभा में जवाब देते हुए काफी आक्रामक दिखे। ऑपरेशन महादेव ने यह दिखा दिया कि हमारे सुरक्षा बल किसी भी कठिन चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। लोकसभा के बाद राज्यसभा में ऑपरेशन ङ्क्षसदूर पर विस्तार से चर्चा होगी। संसद के दोनों सदनों में इस पर चर्चा होने से पाकिस्तान सहित दुनिया के देशों में भारत का कड़ा संदेश जाएगा।