युवा दिलों की धड़कन 

का अकाल अंत

 सोना चाहता हूं समुद्र की तलहटी में शीर्षक गीत से असम के लोगों का दिल जीत वाले, युवाओं के दिलों की धड़कन, असम का क्रांतिकारी कलाकार जुबिन गर्ग को समुद्र ने ही अपनी गोद में सुला दिया। मानो जुबिन गर्ग की यही अंतिम इच्छा थी और उनकी वह इच्छा पूरी हो गई। सिंगापुर में समुद्र में एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। असमिया लोगों के दिल की धड़कन जुबिन गर्ग के निधन की खबर असम के लोगों के लिए अप्रत्याशित और अकल्पनीय थी। असम की हर पीढ़ी के दिल का प्यारा कलाकार के निधन के बाद जुबिन का युग का भी असमय समापन हो गया। बेशक उन्होंने अपने गीत की भाषा में कहा था, आसमान को ओढ़ लेना चाहता हूं, समुद्र की तलहटी में सोना चाहता हूं, अपने मन के पतंग को उड़ा देना चाहता हूं। अब से असम के लोगों को जुबिन गर्ग के बिना ही वक्त गुजारना होगा। जुबिन गर्ग के बिना उनकी जादुई आवाज के बिना असम के संगीत जगत में एक अधूरापन छा गया। जुबिन गर्ग अब नहीं