अगले वर्ष असम में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पूरी तरह कमर कस ली है। भाजपा के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन की उपस्थिति में पिछले 26 एवं 27 दिसंबर को गुवाहाटी में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें विधानसभा चुनाव की तैयारी पर मंथन हुआ। कार्यकारिणी की बैठक में नितिन नवीन के अलावा मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल सहित 900 से ज्यादा भाजपा प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में असम की वर्तमान राजनीति स्थिति तथा सांगठनिक स्थिति पर गहराई से चर्चा हुई। पार्टी की चुनावी रणनीति पर अंतिम मुहर लगी। कार्यकारिणी की बैठक में असम में भाजपा को तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए पूरी तैयारी की रूपरेखा तय की गई। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकारों ने अवैध घुसपैठ पर नरम रुख अपनाया जिससे घुसपैठियों का मनोबल बढ़ा। नरेन्द्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद असम सहित देश के अन्य भागों में घुसपैठियों के खिलाफ अभियान शुरू हुआ है। पूर्वोत्तर क्षेत्र जो अब तक उपेक्षित था, मोदी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। मोदी सरकार के शासन में पूर्वोत्तर में विकास की गति तेज हुई है। नवीन ने बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने पर बल दिया ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन पहले से बेहतर हो। इस बार प्रदेश भाजपा ने चुनाव फतह करने के लिए एक करोड़ मतदाताओं पर अपना फोकस किया है। वर्ष 2021 में भाजपा ने 85.5 लाख मतदाताओं पर अपना ध्यान फोकस किया था। राज्य सरकार अवैध घुसपैठियों को खदेडऩे के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रही है, जिसका भाजपा कार्यकारिणी ने पुरजोर समर्थन किया है। विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में हो सकते हैं, जिसके लिए सहयोगी दलों के साथ सीटों के तालमेल के लिए जल्द वार्ता शुरू होगी। अभी भाजपा के पास लगभग तीन महीने बचे हैं। बिहार में भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की शानदार सफलता से भाजपा का मनोबल बढ़ा है। अब भाजपा इस बढ़े मनोबल के साथ पश्चिम बंगाल तथा असम पर अपना ध्यान विशेष रूप से फोकस कर रही है।
भाजपा की चुनावी तैयारी