अगर किसी के घर का कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार पड़ जाए, तो घरवाले उसे बचाने के लिए क्या कुछ नहीं करते। आपने बहुतों को देखा होगा अपने अपनों की जान बचाने के लिए अपनी जान लड़ाते हुए, लेकिन यकीनन किसी पेड़ को बचाने के लिए कोई ऐसा कर सकता है आप सोच भी नहीं सकते। अपने पूरे जीवन को उठाकर देख लीजिए, ये नजारा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। तेलंगाना के महबूबनगर में 700 साल पुराना एक बरगद का पेड़ है, जो इस वक्त मरणासन्न हालत में है। उसकी एक शाखा में दीमक लग गई है, जो इसे धीरे-धीरे खोखला कर रही है। इसे बचाने के लिए अधिकारी हर संभव प्रयास कर रहे हैं और इसी के चलते उस पेड़ को कीटनाशक से भरी हुई ड्रिप चढ़ाई जा रही हैं। ये पेड़ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बरगद का पेड़ है, जो करीब 3 एकड़ तक फैला हुआ है। इसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। लेकिन पेड़ की हालत खराब होने पर दिसंबर से ये साइट बंद कर दी गई थी।  पेड़ को ड्रिप चढ़ाना अपने आप में अजीब लगता है, पर इसके पीछे भी एक कारण है, वो ये कि पहले कीटनाशक को डायल्यूट करके पेड़ में छोटे-छोटे सुराख करके कीटनाशक अंदर डाला जा रहा था, लेकिन वो तुरंत ही बाहर आ जाता था। उसका असर नहीं हो रहा था, लेकिन बाद में जब सलाइन ड्रिप की तरह जब रसायन को बूंद बूंद करके पेड़ को दिया जाने लगा, तो रसायन बाहर नहीं आया, ये उपाय काम करने लगा और पेड़ पर इसका असर भी धीरे-धीरे दिखाई देने लगा। खुशी की बात यह है कि इतने प्रयासों के बाद अब पेड़ की हालत बेहतर हो रही है। उम्मीद है कि धीरे-धीरे ये बूढ़ा पेड़ फिर से स्वस्थ हो सकेगा। पेड़ कितने जरूरी हैं, ये सबको पता है लेकिन इन्हें बचाने के लिए हर कोई प्रयास नहीं करता। फिर भी बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो पेड़ों की कीमत समझते हैं और उसके लिए कुछ भी कर गुजरते हैं।