भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर एवं गोवा में पुराने चेहरों पर ही फिर विश्वास जताया है। खासकर उत्तराखंड में भाजपा की शानदार जीत के बाद ऐसा लग रहा था कि नेतृत्व परिवर्तन होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए। लेकिन भाजपा हाईकमान ने उनके माथे पर फिर से ताज रख कर यह दर्शा दिया है कि वे अब भी भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसका कारण यह है कि धामी ने अपने सात महीने के कार्यकाल के दौरान अपने काम-काज से उत्तराखंड की जनता को प्रभावित किया है। इसका उदाहरण यह है कि भाजपा ने 70 में से 47 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। पहले से अनुमान था कि उत्तराखंड में कांग्रेस तथा भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होगी, किंतु चुनाव परिणाम ने तमाम दावों को गलत साबित कर दिया। इसी तरह गोवा में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर संशय बना हुआ था। लेकिन यहां भी भाजपा ने पिछले चुनाव के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन करते हुए 40 में से 20 सीटों पर फतह हासिल की। इसका पुरस्कार मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को मिला। कठिन चुनौती के बावजूद गोवा में भाजपा मजबूती से उभरी है। मणिपुर के बारे में किसी को भी संदेह नहीं था। आशानुरूप एन बीरेन सिंह दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीट लेकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर ली है। बीरेन की कार्य-क्षमता पर भाजपा हाईकमान का पूरा विश्वास है। उत्तर प्रदेश के बारे में तो पहले से ही बुलडोजर बाबा का नाम घोषित हो चुका था। चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश में बाबा, बबुवा और बुआ का नाम पहले से ही उछल रहा था। हालांकि उत्तर प्रदेश में भाजपा को पिछले चुनाव के मुकाबले कम सीटें मिली हैं, किंतु वर्तमान चुनाव परिणाम भाजपा की अपेक्षा पर खड़ा उतरा है। पार्टी के आंतरिक सर्वे में यह अनुमान लगाया गया था कि केवल भाजपा को अपने दम पर 250 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। पार्टी ने 255 सीटें जीतकर अपने सर्वे को सही साबित कर दिया। सहयोगी दलों को कुल 18 सीटें मिली हैं, जिसको मिलाकर भाजपा गठबंधन की संख्या 273 पहुंच गई है। पार्टी हाईकमान तथा आरएसएस का मानना है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए योगी उत्तर प्रदेश में ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। काफी मंथन के बाद भाजपा ने उपरोक्त चारों राज्यों में अपने पुराने सिपहसालारों को तरजीह दी है। पंजाब में पहले से ही भाजपा के खिलाफ माहौल था। ऐसी स्थिति में चुनाव परिणाम से भाजपा को कोई आश्चर्य नहीं हुआ। अब भाजपा ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी से ही मुख्यमंत्रियों एवं सांसदों को होमवर्क दे दिया है। योगी का शपथ ग्रहण ऐतिहासिक बनाने के लिए जोरदार तैयारी चल रही है।
पुराने चेहरों पर मुहर
