साल 2021 का सबसे विशाल ऐस्टरॉइड 2001 एफओ32 सुरक्षित तरीके से धरती के पास से गुजर गया है। करीब 2,230 फुट चौड़ा यह विशाल ऐस्टरॉइड 124,000 किलोमीटर प्रतिघंटे की बेहद तेज रफ्तार से धरती के पास से गुजरा। इस दौरान ऐस्टरॉइड की धरती से कुल दूरी करीब 20 लाख किलोमीटर थी। अमरीकी अंतरिक्ष नासा ने साल के इस सबसे विशाल ऐस्टरॉइड की हर गतिविधि पर नजर रखी। उधर, इटली स्थित वर्चुअल टेलिस्कोप प्रॉजेक्ट ने इस ऐस्टरॉइड के धरती के पास से गुजरने का लाइव प्रसारण किया। इसमें यह ऐस्टरॉइड काफी चमकदार नजर आ रही है। यह ऐस्टरॉइड चांद और धरती के बीच की दूरी से पांच गुना ज्यादा की दूरी से सुरक्षित तरीके से गुजर गया है। दुनिया के कई ऐस्ट्रोनॉमर्स ने इस ऐस्टरॉइड को खास उपकरणों की मदद से देखा। नासा के मुताबिक यह ऐस्टरॉइड एक चक्कर लगाने में करीब 2 साल लगाता है।
ऐस्टरॉइड अब 2052 में वापस आएगाः नासा ने करीब 20 साल पहले इस बेहद विशाल ऐस्टरॉइड की खोज की थी। इसके बाद से ही उस पर वैज्ञानिकों की नजर है। नासा के मुताबिक भविष्य में इसके धरती से टकराने की संभावना न के बराबर है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के ऐस्टरॉइड एक्सपर्ट डेटलेफ कोशनी के मुताबिक यह ऐस्टरॉइड स्थिर है और खतरनाक रास्ते पर नहीं है। धरती के करीब से गुजरने के बाद यह ऐस्टरॉइड अब 2052 में वापस आएगा। इस ऐस्टरॉइड से खतरा नहीं होने के बावजूद अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस संभावना को खारिज नहीं किया है कि भविष्य में ऐस्टरॉइड का टकराव धरती से नहीं होगा। हालांकि इसकी आशंका कई सदी बाद की है। इसी वजह से नासा ने इसे संभावित रूप से खतरनाक ऐस्टरॉइड की श्रेणी में रखा है। अगर किसी तेज रफ्तार स्पेस ऑब्जेक्ट के धरती से 46.5 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो उसे स्पेस ऑर्गनाइजेशन्स खतरनाक मानते हैं। नासा का सन्तकी सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है। इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है।