संसद का बजट सत्र बृहस्पतिवार को उसके तय समय से चौदह दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया और इस दौरान लोकसभा में 114 प्रतिशत तो राज्यसभा में 90 प्रतिशत कामकाज हुआ। संसद की कार्यवाही 8 अप्रैल तक चलनी थी, लेकिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी के साथ बजट सत्र की कार्यवाही समाप्त हो गई। सदन स्थगित होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोकसभा पहुंचे। लोकसभा के बजट सत्र के दौरान 18 बिल पास किए गए। विभिन्न मंत्रालयों के 163 रिपोर्ट को स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश किया गया। लोकसभा में पीठासीन अधिकारी भृतहरि महताब ने सदन के बजट सत्र में 114 प्रतिशत उत्पादकता के साथ काम करने की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के दौरान आम बजट के पेश होने के बाद उसे पारित करने का संसद का यह एकदम नया अनुभव रहा क्योंकि सत्र के दौरान कुछ समय दोनों सदनों की बैठक अलग अलग समय पर हुई तथा सदस्यों की बैठने की व्यवस्था भी कोविड दिशानिर्देशों को ध्यान में रखकर की गयी। सत्र के दूसरे चरण में दोनों सदनों की बैठक एक ही समय पर होने लगीं। सत्र की शुरूआत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति अभिभाषण के साथ हुई। हालांकि कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी पार्टियों ने तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए राष्ट्रपति अभिभाषण का बहिष्कार किया था। बजट सत्र के पहले चरण में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई जिसका जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया। सत्र के दौरान आम बजट के साथ जम्मू कश्मीर और पुडुचेरी से जुड़े विनियोग विधेयकों पर चर्चा कर उन्हें पारित किया गया।
संसद का बजट सत्र चौदह दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
