नगांवः आज पहली बार सब्जी ग्राफ्टिंग तकनीक का प्रदर्शन हुआ। बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय, असम; जिला कृषि विभाग, नगांव और असम कृषि व्यापार और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना (एपार्ट) एडब्ल्यूपी 2022-23 ने आज खागरीजान कृषि विकास क्षेत्र में सेंचुवा नर्सरी में ग्राफ्टिंग तकनीक पर एक तकनीकी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। प्रशिक्षण शिविर में कृषि क्षेत्र की अतिरिक्त जिला आयुक्त, नगांव जिला, श्रीमती बिजिता डेका, कृषि अधिकारी, जिला कृषि विभाग तरुण हजारिका और नोडल अधिकारी, एपार्ट परियोजना, श्रीमती विजिता डेका ने भाग लिया। एपार्ट परियोजना के जिला बागवानी समन्वयक शांतनु कलिता, पंकज हजारिका, जिला पर्यावरण समन्वयक अर्पिता बोरा और विश्व सब्जी संगठन के तकनीकी अधिकारी सुदीप्त दास भी उपस्थित थे। विश्व सब्जी संगठन, दक्षिण पूर्व एशिया केंद्र, हैदराबाद के नर्सरी विशेषज्ञ डॉ. रविशंकर मनिकम ने उक्त प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम में संजीव राठौर, विशेषज्ञ, ईटीसी कंसल्टेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भाग लिया। उक्त शिविर में पीएससी सीईओ सागर पेमुड, एमडी बिलास विदगर और हरिचंद्र पेमुड, नायपम एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी सहित जिले के लगभग 20 नर्सरी व्यापारियों और किसानों ने भाग लिया। उल्लेखनीय है कि नर्सरी उद्यमी भविष्य में मानसून गाजर के उत्पादन के दौरान आने वाली विभिन्न समस्याओं से बचने में सक्षम होंगे और यदि वे ग्राफ्टिंग तकनीक को अपनाते हैं तो प्रतिकूल वातावरण में भी फसलों का उत्पादन करने में सक्षम होंगे। उम्मीद है कि उक्त प्रशिक्षण से जिले के किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा और उन्हें उत्पादन की एक नई यात्रा मिलेगी।