फिलहाल देश के कई भागों में दुर्गा पूजा की धूम है। खासतौर पर पश्चिम बंगाल, असम और पूर्वोत्तर सहित अन्य कई राज्यों में इसको लेकर उमंग का वातावरण है। पिछले तीन सालों तक कोरोना के कारण इसके उत्साह में कमी देखी गई थी। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि हमारी खुशी पर कोरोना नामक वायरस का ग्रहण लग गया था, परंतु धीरे-धीरे अब स्थिति सुधर रही है। अभी तक भारत को कोरोना मुक्त देश घोषित नहीं किया गया है,फिर भी लोग राहत की सांस ले रहे हैं। विश्वकर्मा पूजा की समाप्ति के बाद फिलहाल शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा की धूम है। इसके बाद दीपावली, छठ और अन्य कई त्योहार सामने हैं। महाषष्ठी के दिन राज्य के सारे पंडालों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इसी के साथ शहर की आबोहवा भी बदल गई है। लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ देर रात तक पूजा घूमने का आनंद उठा रहे हैं। आज रविवार को महासप्तमी है। पूजा में घूमने-फिरने की तैयारी भी हो रही है। लोग फैमिली के साथ राज्य के विभिन्न जगहों की सैर कर रहे हैं और मां दुर्गा को प्रणाम कर रहे हैं। शाम को सभी घूमने निकल रहे हैं और बाहर ही होटल, रेस्तरां और स्ट्रीट में फूड का मजा ले रहे हैं। चूंकि जगह-जगह नो इंट्री है, इसलिए लोग पैदल ही घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं। बच्चों की खुशी भी देखने लायक है। कुछ फैमिली के लिए दुर्गा पूजा बहुत स्पेशल है। पूरा परिवार इस पर्व को साथ में मनाता है। सप्तमी के दिन से सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं और घर की महिलाएं खास तांत की साड़ियां पहनकर मां का स्वागत करती हैं। घर में चार दिनों तक खूब रौनक रहती है। मां दुर्गा के भक्तों को हर साल दुर्गा पूजा का बेसब्री से इंतजार रहता है। षष्ठी से विजय दशमी तक घर की रौनक ही अलग होती है। पूरा राज्यभक्तिमय हो जाता है। अष्टमी के दिन कुमारी पूजा होती है, इस दिन पुष्पांजलि बहुत खास होती है। सुबह से सभी उपवास रहते हैं। भोग ग्रहण करके ही व्रत खोलते हैं। इस त्योहारी मौसम में राज्यवासियों में खरीदारी को लेकर व्यापक जोश दिख रहा है। राज्यवासी चार पहिया तथा दोपहिया वाहन, आभूषण,वस्त्र और जूता के साथ घरों को सजाने वाले उपकरणों की खूब खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ ही नगर  में कई स्थानों पर आयोजकों की ओर से प्रदर्शनी सह बिक्री आयोजित की जा रही है, जिनमें राज्यवासी कोलकाता, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान के साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों में भी स्टॉल  लगा रहे हैं। असम के सबसे प्रमुख वाणिज्य केंद्र फैंसी बाजार के साथ ही राज्यभर के कपड़ों व जूतों की दुकानों व शॉपिंग मॉलों में खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है तथा सभी अपने बजट के हिसाब से दुर्गोत्सव पर जमकर खरीदारी कर रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि इस मौसम में राज्य के अन्य जिलों के साथ गुवाहाटी में वाहनों के शोरूम और रेस्टोरेंट के साथ विभिन्न कंपनियों के आउटलेट खुल रहे हैं, जिनमें लोगों की भीड़ देखी जा रही है। सबसे अहम बात यह है कि इस साल राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन हर तरह से सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में सहयोग के लिए सक्रिय है। आगामी समय में लखी पूजा, दिवाली,चार दिवसीय छठ महापर्व के साथ अन्य उत्सव,पर्व व त्योहारों में इसी तरह से उमंग बरकरार रहेगी। राज्यपाल जगदीश मुखी और  मुख्यमंत्री डॉ.हिमंत विश्वशर्मा ने राज्यवासियों को दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राज्य का चहुंमुखी विकास हो। इसके लिए वे पूरे राज्य में विकास की इबारत लिख रहे हैं। दुर्गा पूजा के मौके पर उन्होंने पूजा आयोजन समितियों से जोर-जबर्दस्ती चंदा की वसूली न करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री के इस कदम से आम व्यापारी खुश हंै। कारण कि कोरोना संकट के कारण पिछले ढाई-तीन वर्षों से व्यापारी परेशान हैं। ऐसे में चंदा की मांग के कारण उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है,परंतु मुख्यमंत्री के इस कदम से उन्होंने राहत की सांस ली है। साथ ही वे मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे हैं।