मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा के निर्देश पर राज्य के स्पेशल डीजी जीपी सिंह शुक्रवार को जोरहाट जिले के मरियानी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत न्यू सोनोवाल स्थित दिसोई वैली संरक्षित वनांचल में हुई गोलीबारी की घटना के जायजा लेने पहुंचे। मालूम हो कि मरियानी के विधायक रूपज्योति कुर्मी तथा उनके साथ गए वन अधिकारी व पत्रकारों पर दिसोई वैली संरक्षित वनांचल में अतिक्रमण कर रहे नगाओं ने हमला कर दिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए जीपी सिंह को कमान सौंपी तथा सीएम के निर्देश पर जीपी सिंह ने संरक्षित वनांचल पहुंचकर परिस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान नगालैंड प्रशासन की तरफ से मोकोकचुंग जिले के पुलिस अधीक्षक, आईजी बॉर्डर तथा एक     मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे। इलाके का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से हुई बातचीत में सिंह ने कहा कि फिलहाल क्षेत्र के हालात काबू में है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नगाओं द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है और कुछ दिनों पहले नगाओं ने क्षेत्र में घर बनाने के साथ पौधारोपण भी किया था। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि कल की घटना के बाद क्षेत्र की जांच के लिए नगालैंड प्रशासन के अधिकारियों को भी बुलाया गया था। इधर जायजा लेने के दौरान जीपी सिंह ने नगालैंड प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत की। उनका कहना था कि राज्य सरकार की तरफ से नगालैंड के प्रशासनिक अधिकारियों के सामने कुछ बातें कही गई थी, जिसमें असम- नगालैंड के उच्च अधिकारियों के बीच बातचीत करने का मसला भी शामिल था। सिंह ने कहा कि कल की घटना के बाद मरियानी के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने मरियानी थाने में एक मामला भी दर्ज करवाया। इसे लेकर असम पुलिस छानबीन करेगी और इस मामले में सहयोग के लिए जोरहाट के पुलिस अधीक्षक अंकुर जैन नगालैंड के मोकोकचुंग जिले के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र भेजेंगे। इसके अलावा विधायक कुर्मी के साथ पहुंची टीम पर जिन लोगों ने हमला किया था, उनके बारे में जानकारी देने के लिए पत्र के मार्फत नगालैंड प्रशासन से अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों के भीतर डीसी, आईजी व एसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा इस मुद्दे को लेकर चर्चा की जाएगी। एडीजीपी सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पूरे क्षेत्र की जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो व अन्य सभी जानकारियां अगले 48 घंटे के भीतर राज्य सरकार को एक रिपोर्ट के जरिए भेजी जाएगी। साथ ही इस क्षेत्र के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी निर्देश को तोड़े जाने के संदर्भ में भी राज्य सरकार को जानकारी दी जाएगी और कार्रवाई के लिए अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि  नगालैंड प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में इस क्षेत्र में कोई कार्रवाई न करने के लिए कहा गया है। साथ ही दोनों राज्यों के फॉरेस्ट विभाग को पेट्रोलिंग की व्यवस्था करने की बात भी कही गई, जिस पर नगालैंड प्रशासन के अधिकारियों ने इस बात पर सहमत जताई है। दौरे के दौरान जीपी सिंह के साथ जिला उपायुक्त अशोक कुमार बर्मन, डीआईजी, एसपी अंकुर जैन, डीएफओ सहित कई अधिकारी मौजूद थे।