इन दिनों पूरी दुनिया में फुटबाल के विश्वकप की धूम है। फिलहाल सर्वाधिक चर्चा फुटबाल को लेकर हो रही है। लोग एक- दूसरे से पूछ रहे हैं कि आखिरकार इस बार विश्वविजेता कौन बनेगा? कतर में फीफा वर्ल्ड कप-2022 खेला जा रहा है।  इसी कड़ी में शनिवार को क्वार्टर फाइनल के मुकाबले में जो भी हुआ वो शायद हर फुटबॉल फैन के जहन में हमेशा के लिए बस गया है। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मोरक्को ने पुर्तगाल को शिकस्त दी और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। मोरक्को सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अरब-अफ्रीकी टीम है। यह मौका ऐतिहासिक है और शनिवार से ही फुटबॉल फैन्स इसका जश्न मना रहे हैं।  मोरक्को पहला अफ्रीकी देश है जो फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचा है। बड़ी-बड़ी हस्तियों ने मोरक्को की जीत का जश्न मनाया। इसी कड़ी में इंटरनेशनल आर्टिस्ट शकीरा ने मोरक्को के समर्थन में ट्वीट किया है।  क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल को हराने के बाद मोरक्को के कासाब्लांका शहर में हजारों की संख्या में हुजूम सड़कों पर उतर आया और अपने देश की जीत का जश्न मनाया। यहां लोगों ने सड़क पर डांस किया और खूब नाच-गाना किया। इसके पहले वहां ऐसा नजारा पहली बार ही देखने को मिला।  साल 1999 से मोरक्को पर शासन कर रहे किंग मोहम्मद-ङ्कढ्ढ का भी मोरक्कन फुटबॉल के विकास में अहम रोल रहा है।  किंग मोहम्मद ने इस देश में फुटबॉल अकादमी के निर्माण के लिए वित्तीय मदद प्रदान की। इसका नतीजा ये हुआ कि ऐसे खिलाड़ी उभर कर सामने आए जो मोरक्को की प्रोफेशनल लीग (बोटोला) के साथ ही अपने मुल्क और विदेशी लीगों में भी धमाका कर रहे हैं। नई प्रतिभाओं के सामने आने के चलते अफ्रीकी चैम्पियंस लीग में भी मोरक्को के क्लबों का भी परफॉर्मेंस पिछले सालों में  बढ़िया रहा है। एक समय मिस्र, ट्यूनीशिया और नाइजीरिया के क्लबों का इस प्रतियोगिता में काफी दबदबा था। मोरक्को खिलाड़ियों की कामयाबी के पीछे उनके फैन्स और परिवारवालों का भी हाथ है। जब पुर्तगाल के खिलाफ मोरक्को को जीत मिली तो टीम के मिडफील्डर सोफियान बाउफल ने अपनी मां के साथ जश्न मनाया। इस दौरान बाउफल और उनकी मां दोनों मैदान में जमकर डांस करते देखे गए। मोरक्को को सपोर्ट करने के लिए फैन्स भी काफी संख्या में कतर पहुंचे हैं। मोरक्को ने अभी तक जितने मुकाबले खेले हैं उसमें फैन्स का सपोर्ट उन्हें खूब मिल रहा है। जब अपनों का समर्थन और हौसला मिले तो कामयाबी जरूर मिलती है। टीम के लिए क्वार्टर फाइनल मैच में एक मात्र गोल यूसुफ एन नेसरी ने किया। दुनिया की 22वें नंबर की टीम मोरक्को के लिए अल थुमामा स्टेडियम में यूसुफ एन नेसरी ने विजयी गोल 42वें मिनट में दागा। सेमीफाइनल में अब मोरक्को की भिड़ंत 15 दिसंबर को पूर्व चैंपियन इंग्लैंड और गत चैंपियन फ्रांस के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले के विजेता से होगी। उल्लेखनीय है कि यूसुफ एन नेसरी के हैडर से दागे गोल की बदौलत अंतिम लम्हों में 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद मोरक्को पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्वकप के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी और अरब देश बना। इससे पहले कैमरून ने 1990, सेनेगल ने 2002 और घाना ने 2010 में अंतिम आठ में बनाई लेकिन तीनों में से कोई भी टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि मोरक्को के अश्वमेघ के घोड़े को अब तक कोई नहीं रोक पाया है। आगे क्या होगा हमें सेमीफाइनस मैच तक इंतजार करना चाहिए।