चीन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। चीन में तो कोरोना का भयानक रूप देखने को मिल रहा है। वहां संक्रमण के कारण त्राहिमाम मचा हुआ है। अस्पतालों में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है। चीन के अलावा जापान, दक्षिण कोरिया, अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस सहित कई देशों में खतरा बढ़ रहा है। बाहर के देशों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी ओर से तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के लिए आवश्यक परामर्श जारी किया है। संक्रमण बढ़ने की स्थिति में इससे निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को देश के सभी प्रमुख अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल में बिस्तरों की उपलब्धता, चिकित्सा कर्मियों, रेफरल संसाधनों, जांच की क्षमता, चिकित्सकीय उपकरण, टेली मेडिसिन सेवा और चिकित्सकीय ऑक्सीजन की उपलब्धता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की गई। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों के प्रमुख सरकारी एवं निजी अस्पतालों की क्षमता की समीक्षा कर रहे हैं। भारत में मंगलवार को कोविड-19 के 157 नए मामले सामने आए, वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3421 हो गई है। दिल्ली के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। दिल्ली में रोजाना करीब 2500 से 3000 नमूनों की जांच की जा रही है। असम में भी विभिन्न अस्पातलों में कोरोना से लड़ने की तैयारियों की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने कोरोना से संबंधित चिकित्सा की तैयारी, पृथक बेड की क्षमता, ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड, आईसीयू बेड एवं वेंटीलेटर बेड आदि के बारे में जानकारी ली है। चीन तथा यूरोप सहित दुनियाभर के कई देशों में तेजी से बढ़ते कोरोना को देखते हुए गुवाहाटी हवाई अड्डे पर आ रही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की रेंडम जांच शुरू हो गई है। संभावित संक्रमण को रोकने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। हवाई अड्डे के लांज में इसकी जांच के लिए विशेष काउंटर स्थापित किया गया है। बाहर से आने वाले केवल 2 प्रतिशत यात्रियों को रेंडम रूप में चुनकर कोरोना की जांच की व्यवस्था की गई है। एलजीबीआई हवाई अड्डे पर सप्ताह में केवल शनिवार व रविवार को उड़ान निर्धारित की गई है। केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज के लिए भी वैक्सीन के उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड के अलावे भारत बायोटेक ने नेजल वैक्सीन तैयार किया है जो जनवरी के अंत तक बाजार में आ जाएगी। केंद्र सरकार ने इसकी कीमत भी तय कर दी है। निजी अस्पतालों में इसकी कीमत 800 रुपए निर्धारित की गई है। जीएसटी एवं एडमिनिस्ट्रेटिव चार्ज को लेकर इसकी कीमत लगभग 1000 रुपए हो जाएगी। सरकारी अस्पतालों में इसकी कीमत 325 रुपए निर्धारित की गई है। हालांकि भारत में अभी तक कोरोना का वैसा कोई गंभीर खतरा नहीं है, किंतु सरकार ने बीएफ.7 से मुकाबले को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। जनता को भी सजग रहना जरूरी है।