कोकिलाः केंद्रीय निगरानी दल (सीएमओ) ने आज बंगाईगांव जिले के बाशबाड़ी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। बरसात के पिछले मौसम में बाढ़ से 5,000 से अधिक लोग और तीन गांव विस्थापित हुए थे। कटाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कुछ उपाय किए लेकिन विफल रहे। जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने जल्द ही बाढ़ को रोकने के उपाय करने का वादा किया था लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाढ़ प्रभावित लोग सड़कों और अन्य लोगों के घरों में शरण ले रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। केंद्रीय पर्यवेक्षक दल जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ आज दोपहर आई नदी के किनारे बाशबाड़ी पहुंचा। दूसरी ओर जिले के मानिकपुर राजशाही सर्किल के अंतर्गत भंडारा में सरकार की ओर से पुनर्निवास करने प्लैटफॉर्म को लेकर खुश हैं। यह लैटफॉर्म तीन बीघा जमीन पर बनाया जाएगा और बाढ़ के दौरान 400 लोगों को समायोजित करने में सक्षम होगा। यहां तक कि इस घर में शादी और अन्य समारोह भी आयोजित किए जा सकते हैं। मकान का निर्माण आईसीआई बैंक के फंड से किया जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक दल के साथ अपर आयुक्त पार्थ सारथी जहूरी, मानिकपुर राजस्व क्षेत्र की क्षेत्र अधिकारी रीतामणि दास, सुवास मेधी, अखिल राय, ईएनडीपी डॉ. पीके दास सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। जिस समय में सरकार को अवैध कब्जादारों के खिलाफ कड़ा रूख अपनाने को मजबूर होने पड़ रहा है। ऐसी जमीन को खाली कराने में तरह-तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है तो भंडारा के लोग स्वेच्छा से अपनी जमीन देकर अपनी उदारता दिखाई है।