जोरहाट : जोरहाट जिले के सटाई स्थित वर्षारण्य अनुसंधान केंद्र में पिछले चौबीस घंटे से आतंक का पर्याय बने तेंदुए को वन विभाग की टीम ने मंगलवार को कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया। मालूम हो कि उक्त तेंदुए ने सोमवार से टियोक के सटाई स्थित वर्षारण्य अनुसंधान केंद्र के परिसर को आतंक मचा रखा था। तेंदुए के आवासीय इलाके में निकल आने से स्थानीय लोगों की नींद हराम हो गई थी। इधर वन विभाग की टीम सोमवार से ही तेंदुए को पिंजरे में बंद करने या ट्रेंकुलाइज करने के लिए दिन-रात कोशिश में जुटी हुई थी। हालांकि कल रात खराब मौसम के कारण वन विभाग की टीम तेंदुए पर काबू नहीं पा सकी। आखिरकार आज सुबह वन विभाग के प्रयासों के दम पर आतंक का पर्याय बने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया जा सका। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से विशेष वन अधिकारी जुगल चरण बरुवा के नेतृत्व में पहुंची एक टीम ने आज सुबह अंचल में मुक्त विचरण कर रहे तथा दर्जनों लोगों को घायल करने वाले तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर दिया। अधिकारी बरुवा ने बताया कि ट्रेंकुलाइज करने के पांच मिनट बाद ही तेंदुए को पकड़ लिया गया। जिला वन अधिकारी के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पहले तो तेंदुए को चिकित्साधीन किया जाएगा।
जोरहाट में आतंक का पर्याय बने तेंदुए को किया गया ट्रेंकुलाइज्ड
