गुवाहाटी : असम की संस्कृति परंपराओं का जश्न मनाने वाले चार दिवसीय महोत्सव रंगाली के सातवें संस्करण की शुरुआत गुरुवार को विभिन्न गतिविधियों, प्रदर्शनियों और प्रस्तुतियों के साथ हुई। नगर के खानापाड़ा वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में राज्य की अनूठी संस्कृृति को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किए गए कार्यक्रमों की एक विस्तृत शृंखला शामिल है। महोत्सव के प्रमुख आकर्षणों में से एक 'वोकल फॉर लोकल' प्रदर्शनी है। इसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।

एक अन्य आकर्षण कला प्रदर्शनी है। लोक मंच ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की सांस्कृतिक विविधता का एक मिश्रण प्रस्तुत किया। सेवेन सिस्टर और सिक्किम के कलाकारों ने क्षेत्र की शानदार जातीय संस्कृति का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीक्षिता कोंवर के बरगीत से हुई। शाम छह बजे शुरू हुए 'गुड वाइब्सÓ संगीत मंच ने स्थानीय संगीतकारों व गायकों ने दर्शकों को आकर्षित किया। संगीत कार्यक्रम में प्रतिध्वनि, औशायज्य सैकिया, बिश्रुत सैकिया, प्रियंका भराली और नीलोत्पल बोरा शामिल हैं।

राज्य के मंत्री अशोक सिंघल और नंदिता गारलोसा ने राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों से आए अन्य कलाकारों व प्रतिभागियों की उपस्थिति में चार दिवसीय समारोह का उद्घाटन किया। मंत्री अशोक सिंघल ने कहा कि गुवाहाटी पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार है। हमें खुशी है कि गुवाहाटी में रंगाली बिहू का आयोजन हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा के नेतृत्व में गुवाहाटी की विभिन्न विकास योजनाओं पर जोर दिया और कहा कि गुवाहाटी दक्षिण पूर्व एशिया का एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा।

वहीं मंत्री नंदिता गोरलोसा ने रंगाली के माहौल को विभिन्न जनजातियों और समुदायों के बैठक मैदान और सद्भाव को बढ़ावा देने वाला बताया। असम सरकार, एमएसएमई, भारत सरकार, एनईसी, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के समर्थन से रंगाली पूर्वोत्तर के सबसे बड़े सामाजिक-सांस्कृृतिक संगठन, ट्रेंड एमएमएस द्वारा संचालित है। महोत्सव के पीछे के व्यक्ति श्याम कानू महंत ने इस आयोजन को आशा और खुशी के रूप में वर्णित किया है।