भारत के अधिकांश शहरों ने प्री-मॉनसून की बारिश शुरू हो गई है। बारिश का मौसम चिलचिलाती गर्मी से जरूर राहत दिलाता है, लेकिन वायरल बुखार, खांसी, जुकाम, पेट में संक्रमण, डेंगू और मलेरिया जैसी समस्याएं भी अपने साथ लाता है। इसलिए इस मौसम से पहले ही अपने शरीर, खासतौर पर अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने की तैयारी कर लेनी चाहिए। बारिश के मौसम में सिम्पल और आसानी से उपलब्ध खाने की इन चीजों को जरूर डाइट में शामिल करें।
मसाला बॉक्सः मॉनसून के मौसम में किचन में सभी तरह के मसालों को ज़रूर रखें। हल्दी, जीरा, मेथी दाना, अदरक, लहसुन, लौंग, दालचीनी, कड़ी पत्ता, तुलसी, काली मिर्च जैसे मसालों का बारिश के मौसम में जरूर उपयोग करें। आप इसे मिलाकर काढ़ा बना सकते हैं, या फिर रोजाना अपने खाने में मिला सकते हैं। इसके अलावा इन मसालों के इस्तेमाल से आप मसाला चाय भी बना सकते हैं।
गर्म सूपः जब बात मॉनसून की हो, तो गर्मा-गर्म सूप सभी को पसंद आता है। आप बारिश के मौसम में सीताफल का सूप, टमाटर, मोरिंगा, हरी मटर, मिक्स्ड वेज सूप या फिर रसम भी बना सकती हैं। इसे बनाते वक्त इसमें लहसुन और अदरक जरूर डालें, ये दोनों हाइ एंटी-इंफ्लामेट्री होती हैं। खासतौर पर लहसुन एक एंटीबायोटिक और एंटिफंगल का काम करता है।
मेवे और बीजः चाहे मौसम गर्म हो या ठंडा, बिना नमक के बादाम, अखरोट, मूंगफली, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकते। रोजाना मुट्ठी भर या उससे कम मेवे जरूर खाएं।
ओरेगैनोः ओरेगैनो के अत्यंत शक्तिशाली एंटिफंगल गुणों के कारण इसका सेवन जरूर करना चाहिए। ओरेगैनो श्वसन प्रणाली को भी फायदा पहुंचाता है। साथ ही बलगम और कफ को ढीला करने में मदद करता है, खासकर जब इसे गर्म पानी के साथ पिया जाता है।
कूसीफायर सब्जियों का सेवनः गोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली और मूली जैसी सब्जियां शरीर में सूजन को नियंत्रित करती हैं, जीवाणु संक्रमण से लड़ती हैं और शक्तिशाली इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर काम करती हैं। सुनिश्चित करें कि यह सब्जियां अच्छी तरह से साफ और पकी हुई, स्टीम्ड या फिर ब्लैंच की गई हों, खासतौर पर अगर आपको इसके गोइट्रोजेनिक प्रभाव के कारण थायरॉयड है।