90 के दशक में बॉलीवुड में एक खूबसूरत अभिनेत्री के खूब चर्चे थे। प्यारी-सी स्माइल और स्टाइल ने फिल्मी दुनिया में अल पहचान बनाई थी आएशा जुल्का ने। 90 के दशक में आएशा ने कई फिल्मों में खास किरदार निभाए थे और दर्शकों के बीच उनकी खास जगह बन गई थी। लेकिन कुछ फिल्में करने के बाद आएशा ने अचानक इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया था।
बीते दिनों वे एक वेब सीरीज में नजर आई थीं। ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल था कि आखिर आएशा ने फिल्मी दुनिया को क्यों बाय कहा था। हाल ही एक इंटरव्यू में आएशा ने इस बारे में बातचीत की।
आएशा का जन्म श्रीनगर में 28 जुलाई 1972 को हुआ था। फिल्मी दुनिया में दिलचस्पी के कारण आएशा ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने का मन बनाया। आएशा ने तेलुगू फिल्मों से शुरुआत की। इसके बाद जब वे अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘खिलाड़ी’ में नजर आईं तो उन्हें काफी प्रशंसा मिली और उन्हें बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद आएशा साल 1992 में आमिर खान के साथ फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ में नजर आईं और इस फिल्म ने उनके कैरियर को नया उछाल दिया। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग स्किल्स दिखाई।
फिल्मी दुनिया को छोडऩे को लेकर उनका कहना था कि मेरे किरदार फिल्मों में अलग थे, लेकिन वे सब एक समान ही थे। मुझे लगता है कि यदि मैं किसी प्रोजेक्ट के साथ जुड़ रही हूं तो मेरा किरदार उसमें वैल्यू एड करना चाहिए। यह तभी ही मुमकिन है जब मुझे परफॉर्म करने का मौका मिलेगा। लेकिन यदि मुझे सिर्फ प्रॉप की तरह ट्रीट किया जाता है तो यह मेरे लिए सही नहीं है इसलिए मुझे ऐसे किरदारों पर रोक लगानी पड़ी।
हर एक्ट्रेस चाहती है कि वह अपने काम के लिए पहचानी जाए। आएशा का आगे कहना था कि हर एक्ट्रेस अपने आपको आगे बढ़ाना चाहती है और ऐसे किरदार करना चाहती है जो उसे पहचान दिलाए। सिर्फ ग्लैमर गर्ल बने रहना कोई नहीं चाहता और ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी था। सिर्फ नाच गाना और हीरो के साथ रोमांस करना मुझे पसंद नहीं था। इस तरह का सिनेमा मुझे संतुष्ट नहीं कर रहा था इसलिए मैंने अपनी एनर्जी कहीं और लगाने का निर्णय लिया।