विपक्षी दलों से मिल रही चुनौती के बीच भाजपा ने भी चार राज्यों के विधानसभा चुनाव एवं वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं तेलंगाना का चुनावी दौरा शुरू कर चुके हैं। पार्टी पहले ही इन चारों राज्यों के लिए टीम की घोषणा कर चुकी है। देश के 26 विपक्षी दलों ने इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (इंडिया) का गठन कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोकसभा चुनाव में चुनौती देने का ऐलान कर दिया है। ये सभी पाॢटयां भाजपा गठबंधन के खिलाफ सर्वसम्मति से एक उम्मीदवार उतारने की पहल करेगी ताकि भाजपा को चुनौती दी जा सके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्ष की नई रणनीति से पूरी तरह वाकिफ हैं।
अपनी बदली रणनीति के तहत प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों के साथ क्रमवार तरीके से मिलने का कार्यक्रम शुरू कर दिया है। पिछले 31 जुलाई को प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिसा सहित कुछ राज्यों के सांसदों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने सांसदों से जनता के बीच जाने तथा सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराने का निर्देश दिया है। मोदी पिछले 2 अगस्त को तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पुड्डुचेरी, अंडमान निकोबार एवं लक्षद्वीप के सांसदों से भेंट की तथा उन्हें आवश्यक निर्देश दिए।
मोदी ने सांसदों से अपना काम प्रभावी रूप से करने तथा सरकार द्वारा की जाने वाली आगे की कार्ययोजना से जनता को अवगत कराने का निर्देश दिया। मोदी ने कहा कि आप लोग गरीब जनता के पास जाइए, क्योंकि उनके ही मत से आपको जीत मिलेगी। उनका एनडीए सांसदों से मिलने का सिलसिला 10 अगस्त तक जारी रहेगा। भाजपा उत्तर प्रदेश पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही है, क्योंकि वहां से 80 सांसद लोकसभा में पहुंचते हैं। भाजपा ने क्षेत्रीय दलों के साथ हाथ मिलाकर उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है।
अभी तक सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), अपना दल (एस) एवं निषाद पार्टी के साथ गठबंधन पर सहमति बन चुकी है। कुछ और क्षेत्रीय दलों के साथ बातचीत चल रही है। भाजपा ने पूर्वोत्तर के 26 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए अनेक क्षेत्रीय दलों से हाथ मिलाया है। अगर सभी क्षेत्रीय दलों को एक-एक सीट भी देना पड़े तो भाजपा के लिए सीटों के समझौते के वक्त परेशानी खड़ी हो सकती है। भाजपा बिहार, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित कुछ अन्य बड़े राज्यों में अपनी सांगठनिक स्थिति मजबूत करने में जुट गई है। भाजपा हर स्थिति में वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है।