उद्यमी महिला हैं। अपनी मजबूत नेटवर्किंग क्षमताओं के चलते उन्होंने कई उद्योग और विभिन्न कंपनियों के ब्रांड्स को बाजार में मजबूती से स्थापित करने में मदद की है। पायल की ओर से विभिन्न ब्रांड को आम लोगों तक ले जाने और प्रभावी तरीके से उनके प्रमोशन ने उन्हें पूर्वोत्तर में एक अलग पहचान दी है। उनके क्लाइंट्स में छोटे और बड़े व्यवसायियों से लेकर व्यक्तिगत ब्रांड्स भी शामिल हैं। यहां तक कि वह समाज के हर वर्ग के लोगों को बिजनेस करने में नई सोच के साथ प्रोत्साहित कर रही हैं। पिछले कई सालों से नेटवर्किंग एवं प्रमोशन के क्षेत्र में उनकी गहरी पकड़ ने उन्हें बिजनेस लीडर्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के बीच एक विश्वसनीय नाम बना दिया है। वे कई बिजनेस मीट, नेटवर्किंग और कॉर्पोरेट वर्कशॉप्स का आयोजन किया है जहां उद्यमियों को नई सोच के साथ ही नए अवसरों से जुड़ने का मौका प्रदान किया गया है। गुवाहाटी के कारोबारी विमल कुमार अग्रवाल एवं मीरा अग्रवाल की पुत्री पायल बचपन से ही काफी महत्वाकांक्षी हैं और व्यापार जगत में कुछ अलग करने की हमेशा सोचती रही है। पायल गुवाहाटी से स्नातक करने के साथ शिक्षा पूरी की । गुवाहाटी के कारोबारी दीपक जैन से उनका विवाह हुआ।
अपने माता-पिता के संस्कारों के साथ अपने ससुराल में आईं और परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने लगीं। 2011 में एक बच्ची की मां बनी, लेकिन आत्मनिर्भर बनने का जो मन में सपना था उसे संजो कर रखा था। पायल के पति ने उनके सपने को साकार करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया। यहां तक उनकी बेटी मिस्का जैसे-जैसे बड़ी होने लगी,उसने भी अपनी मां के सपने में उड़ान भरने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। पायल देखने में जितनी शांत और विनम्र हंै उनके कार्य उससे भी कही तेजी के साथ बिजनेस नेेटवॄकग और प्रमोशन के क्षेत्र में रफ्तार पकड़ रही है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता का ही परिणाम है कि आज विभिन्न शहरों के उद्योगपतियों और व्यापारियों द्वारा अपने-अपने व्यापार के प्रमोशन के लिए उन्हें बुलाते हैंं।
पायल ने अपनी शुरुआती दिनों की बातों को पूर्वांचल प्रहरी से साझा करते हुए कहा कि 2020 में कोविड के कारण जहां लोग घर से बाहर निकल कर कुछ नहीं कर सकते थे, ऐसे समय में उन्होंने अपने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को निभिन्न प्रकार की रोचक कहानियों तथा मानव जीवन के अनकही बातों से जोड़ने का काम किया। उनका कहना है कि समाज के अधिकांश लोग व्यापार से जुड़े हैं, जैसे-जैसे लोग जुड़ते गए लोगों ने अपने-अपने व्यापार को प्रचार-प्रसार के लिए उनसे संपर्क करने लगे। पायल का कार्य यहीं नहीं रूका,कोविड के दौरान अगर किसी को कोई जरूरी सामान की जरूरत पड़ती थी तो उन्होंने एक-दूसरे से संपर्क करवाने में भी आगे बढ़कर लोगों को मदद की। 2021 से पायल ने व्यापार से संबंधित प्रत्येक महीने में दो बार वर्कशॉप्स का आयोजन शुरू किया, जो आज भी जारी है। उनके वर्कशाप में सभी वर्ग के लोग आफलाइन भाग लेते हैं। उसमें कैसे व्यापार को बढ़ाना है?
कैसे अपने सामानों को बाजार में बेचना है? अगर कोई व्यापार में आगे कुछ करना चाहता है तो उसे क्या-क्या करने की जरूरत है? इन तमाम पहुलओं को बारीकी से चर्चा की जाती है। इन चर्चाओं के अलावा आज के डिजिटल युग में कैसे नई सोच के साथ व्यापार को आगे बढ़ा सकते हैं, वे ऐसे मुद्दे पर नई रणनीतियां भी बनाकर प्रस्तुत करते हैं ताकि लोग नई सोच के साथ अपने व्यापार को आगे बढा सकें। उनका कहना है कि मां-पिता ने जो संस्कार दिया उस पर कभी आंच आने नहीं दी,पति ने जिस भरोसे से इस क्षेत्र में प्रोत्साहित किया उन भरोसों को कभी टूटने नहीं दिया। आज नेटवर्किंग और प्रमोशन के क्षेत्र में वह जिस नई ऊंचाइयों के पहुंची हैं, उसमें पायल की सच्ची लगन, कठिन परिश्रम, बड़ो का आशीर्वाद और अपनों के प्यार ने आगे बढ़ने के रास्ते को मार्गदर्शन करता चला गया। साथ ही उनकी मेहनत और नई दृष्टिकोण ने उन्हें इस क्षेत्र में एक सफल और प्रेरणादायक व्यक्तित्व बना दिया है। पायल की उपलब्धियों को को देखते हुए कारोबारियों ने सराहा और उन्हें समय-समय पर विभिन्नों संस्थाओं की ओर से सम्मानित भी किया गया। महिला और पुरुष को अपने परिवार का साथ मिले तो बहुत अच्छा होता है,लेकिन जो लक्ष्य तय कर आगे बढ़ने का हौसला रखता है उसे कोई नहीं रोक सकता।