एक ही परिवार के तीन बच्चों सहित छह की मौत

पूर्वांचल प्रहरी डेस्क संवाददाता
गुवाहाटी : असम में बाढ़ के कारण स्थिति बृहस्पतिवार को भी गंभीर बनी रही और 19 जिलों में करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पिछले 24 घंटों में राज्य के अलग-अलग इलाकों में बाढ़ की वजह से छह बच्चों की मौत हो गई है। इनमें से तीन बच्चे एक ही परिवार के भाई-बहन हैं। ग्वालपाड़ा जिले के कृष्णाई पुलिस स्टेशन के अंतर्गत बोल्ला गांव के एक खेत में बने गहरे गड्ढे में गिरने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान बोल्ला गांव के समीर अली और पिंजिरा बेगम की बेटी पांचवीं कक्षा की छात्रा सविता बेगम और तीसरी कक्षा की छात्रा सरजीना बेगम तथा समीर अली की बहन तचिरन बेगम की बेटी तीसरी कक्षा की छात्रा  अजमीना बेगम के रूप में हुई है। नगांव जिले के कछुआ पुलिस थाने के अंतर्गत नारायणपुर में तालाब में गिरने से एक बच्चे की डूबकर मौत हो गई।  बच्चा 2 जून की दोपहर से लापता था। बच्चे का शव बुधवार को घर के पास तालाब में तैरता हुआ मिला। मृतक बच्चे की पहचान विशाल राजभर के रूप में हुई है। ढिंग में पानी में डूबकर एक बच्चे की मौत हो गई। गेरेटापु चर के शफीकुल इस्लाम का बेटा राजीबुल इस्लाम कांदुलिमारी में गरुखुटी घाट के पास ब्रह्मपुत्र नदी पार करते समय डूब गया। किशोर अभी भी लापता है और उसे बरामद नहीं किया जा सका है। असम-अरुणाचल सीमा पर चराईदेव जिले में तिंगालीबाम में बृहस्पतिवार को अपने साथियों के साथ खेलते समय तीन वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। तिंगालीबाम पुलिस थाने के अंतर्गत तिंगालीबाम ओल्ड लाइन के निवासी तूफान कुमार की पत्नी बासमती कुमारी अपनी तीन वर्षीय बेटी के साथ पास के खाकरापथार में अपनी मां के घर गई थी। बच्चा अपने एक साथी के साथ खेल रहा था, तभी वह फिसलकर अपने घर के पास नहर में डूब गया। स्थानीय लोगों ने बच्चे को पानी से बाहर निकाला, लेकिन उसकी मौत हो गई। इसके साथ ही हैलाकांडी जिले में भी एक बच्चे की मौत की खबर है। श्रीभूमि जिले में भी बाढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपदा रिपोर्टिंग एवं सूचना प्रबंधन प्रणाली द्वारा बृहस्पतिवार को जारी असम बाढ़ रिपोर्ट में कहा गया है कि सुबह 8 बजे जारी सीडब्ल्यूसी बुलेटिन के अनुसार ब्रह्मपुत्र (धुबरी), बुढ़ीदिहिंग (चेनिमारी, खोवांग)), कोपिली (कामपुर, धरमतुल), बराक (एपी घाट, बीपी घाट), धलेश्वरी (घरमुरा), काटाखाल (माटीज़ुरी), कुशियारा (श्रीभूमि) नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ में कुल 19 जिले प्रभावित हैं जिनमें हैलाकांडी, कछार, श्रीभूमि, डिब्रूगढ़, कामरूप, मोरीगांव, गोलाघाट, विश्वनाथ, होजाई, नगांव, धेमाजी, दरंग, सोनितपुर, शिवसागर, ग्वालपाड़ा, जोरहाट, लखीमपुर, तिनसुकिया, कामरूप (मेट्रो) शामिल हैं। बाढ़ में कुल 63 राजस्व मंडल  और 1433 गांव प्रभावित हैं। बाढ़ में कुल 5,60,072 लोग प्रभावित हैं जिनमें 2,37,783 पुरुष, 2,00,484 महिला और 1,21,805 बच्चे शामिल हैं। बाढ़ में कुल 19,345.34 हेक्टेयर का फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। राहत शिविरों में कुल 41,413 लोग रह रहे हैं।