धुबड़ी: अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी विरोध दिवस को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय शिशु सुरक्षा आयोग (राशिसुआ) के तत्वावधान में धुबड़ी में जागरूकता सभा आयोजित हुई। जिला प्रशासन के सहयोग से जिला उपायुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित सभा के दौरान असम प्रदेश शिशु सुरक्षा आयोग की सदस्या रूमा हजारिका, उत्तर पूर्वांचल के प्रकल्प व जांच अधिकारी सुदीप चक्रवर्ती, शिशु सुरक्षा समिति के अध्यक्ष विनय भट्टाचार्य, अतिरिक्त जिला उपायुक्त दर्शना चेतिया, उप पुलिस अधीक्षक बिद्युत विकास बोरा, शिशु सुरक्षा अधिकारी, सहकारी श्रम आयुक्त, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, जिले के विभिन्न स्थानों के थानेदार तथा चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सभा में जिले भर में शिशु तस्करी,बाल मजदूरी, बाल विवाह, बच्चों के शोषण आदि विषयों पर विभिन्न कानूनी प्रक्रिया के कोंण से चर्चा हुई। अधिकारियों ने पंचायत स्तर पर भी शिशु सुरक्षा समिति के गठन के जरिए सभाओं का आयोजन कर इस मद में आम लोगों में और जागरूकता लाने पर बल दिया। जिला शिशु सुरक्षा समिति के अध्यक्ष विनय भट्टाचार्य ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से शिक्षा, श्रम, पुलिस, स्वास्थ्य, पंचायत आदि विभिन्न विभागों को साथ लेकर जिला स्तरीय जागरूकता अभियान के लिए योजना बनाई जा रही है। मालूम हो कि सभा के दौरान पोस्को कानून के अधीन गर्भवती नाबालिग बच्चियों की सुरक्षा, धुबड़ी जिले के 148 ईट भट्ठों में कर्मरत बाल श्रमिकों के कल्याण तथा दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई को लेकर भी गंभीरता से चर्चा की गई। शिशु सुरक्षा आयोग के सदस्य ने सभी से बच्चों की सुरक्षा व अधिकारों के लिए ठोस पहल करने का आह्वान किया।