धुबड़ी : शहर में स्थित धुबड़ी जिला यक्ष्मा अस्पताल को 30 बिस्तरों वाला आम अस्पताल में तब्दील करने की मांग को लेकर धुबड़ी पहुंचे जिले के अभिभावक मंत्री जयंत मल्ल बरुवा के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया है। समाजकर्मी सिमुल सरकार व संजीब कुंडू द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि शहर के एएमको रोड स्थित 52 बिस्तरों वाले जिला यक्ष्मा अस्पताल का 26 मई सन् 1954 को तत्कालीन मुख्यमंत्री बिष्णुराम मेधी द्वारा उद्घाटन किया गया था। जहां बाद में अस्पताल बेड की संख्या बढ़ाकर 74 कर दी गई। परंतु सन् 2004 के बाद से आरएनटीसीपी के जरिए अपनाई गई आधुनिक चिकित्सा पद्धति के कारण आसपास के छोटे-छोटे स्वास्थ्य केंद्र व घर-घर में यक्ष्मा के मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिलने लगी। इसका परिणाम यह हुआ कि धीरे-धीरे अस्पताल में भर्ती के लिए आने वाले मरीजों की संख्या कम होने लगी और एक तरह से शुन्य हो गई। बीते लंबे समय से यहां मरीजों को भर्ती करने की आवश्यकता भी नहीं हुई है, जो कि एक अच्छा संकेत भी है। इस संबंध में ओपीडी व स्वास्थ्य केंद्र के कामकाज सुचारू ढंग से चल रहे हैं। ज्ञापन के जरिए कहा गया है कि इस यक्ष्मा अस्पताल से संलग्न धुबड़ी नगरपालिका के वार्ड व दो गांव पंचायत इलाके में लगभग तीन लाख की आबादी रहती है। ऐसे में समाजकर्मी सिमुल सरकार ने ज्ञापन के जरिए मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा से इस यक्ष्मा अस्पताल को 30 बिस्तरों वाले आम साधारण अस्पताल में तब्दील करने की मांग की है। यहां ओपीडी, संध्याकालीन ओपीडी, जरूरी विभाग, आईसीयू, वेंटिलेशन की व्यवस्था करने के साथ साथ यक्ष्मा मरीजों के लिए यहां अलग से पांच बिस्तरों के कक्ष, चिकित्सकों की व्यवस्था आदि के लिए आह्वान किया गया है ताकि आसपास के क्षेत्रों के बहुसंख्यक लोगों को आपातकालीन स्थिति में तत्काल इलाज मिल सके। इससे मेडिकल कॉलेज पर भी बोझ कम होगा।
धुबड़ी जिला यक्ष्मा अस्पताल को 30 बिस्तरों वाले साधारण अस्पताल में तब्दील करने की मांग, सीएम को भेजा गया ज्ञापन
