दुनिया में ऐसे कई जगहें हैं जो काफी खूबसूरत हैं और वो अपने अंदर एक इतिहास संजोए हुए हैं। इन जगहों के बारे में सुनने के बाद हर किसी का ऐसी जगहों पर जाने का मन करता है। दक्षिण-पश्चिम जापान में ओकिनोशिमा आइलैंड ऐसी ही जगह हैं जिसे काफी पवित्र माना जाता है और उसका अपना एक इतिहास है, लेकिन इस पवित्र आईलैंड पर किसी महिला को प्रवेश नहीं मिलता। इस आईलैंड को यूनेस्को की विश्व धरोहर घोषित किया गया है।ओकिनोशिमा, क्यूशू के दक्षिण-पश्चिमी मुख्य द्वीप और कोरियाई प्रायद्वीप के बीच में स्थित है। माना जाता है कि चौथी से नौंवी शताब्दी के दौरान यह कोरियाई और चीन के बीच संबंध का केंद्र था। मान्यता है कि यहां पर समुद्री जहाजों की सुरक्षा के लिए समुद्र की देवी मुनाकाता ताइशा ओकित्सु की पूजा की जाती थी और आज भी यहां पर उनका एक मंदिर है। मुनकाता तिशा के पुजारी, जो शिन्टो श्राइन का एक समूह है, उन्हें ही सैद्धांतिक रूप से द्वीप के 17 वीं शताब्दी के मंदिर में पूजा करने की अनुमति है। जापान के लोग इस आइलैंड को काफी पवित्र मानते हैं और यहां पर आने वालों के लिए काफी सख्त कानून हैं। इस आईलैंड पर कानून इतने सख्त हैं कि यहां साल में केवल एक बार 200 से अधिक पुरुषों को यात्रा करने की अनुमति दी जाती है। इस आईलैंड पर हर साल 27 मई को, नाविकों को सम्मानित करने के लिए जो 1904-05 के रूस-जापानी युद्ध के दौरान मारे गए थे, उनको श्रद्धांजली दी जाती है।इस दौरान आईलैंड पर आने वाले पुरूषों को मिसोगी से होकर गुजरना पड़ता है। मिसोगी में पुरूषों को पूरी तरह से नग्न होकर समुद्र में नहाना होता है। मान्यता है कि वो ऐसा करके खुद की अशुद्धियों से छुटकारा पाते है। आईलैंड की बेवसाइट की जानकारी के अनुसार, इस आईलैंड से किसी को कुछ भी ले जाने की अनुमती नहीं होती ह, यहां तक की घास भी नहीं।
यह है दुनिया का सबसे रहस्यमय आईलैंड, जहां महिलाओं के जाने पर है पाबंदी
