नलबाड़ी : नलबाड़ी जिला प्रशासन की पहल पर आज शुक्रवार को प्रशासन ग्राम में सुशासन सप्ताह के अवसर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर असम लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष भारत भूषण चौधरी ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ईमानदारी को कभी भी एक गुण के रूप में नहीं सोचा जाना चाहिए। सुशासन लाने के लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरी है। तभी सुशासन होगा। सुशासन का अर्थ है निर्णय लेना। लोगों की मदद के बिना सुशासन नहीं हो सकता। चौधरी ने कहा कि जब वह नलबाड़ी जिले में उपायुक्त के पद पर कार्यरत थे, तब कोरोना महामारी का खतरा शुरू हो गया और लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। इसके बाद नलबाड़ी के लोगों के सहयोग से और जिला प्रशासन के अच्छे संसाधनों से इसका मुकाबला किया गया। इसलिए प्रशासन जब लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करेगा तो लोग भी प्रशासन के निर्देशों का पालन करेंगे। इस मौके पर नलबाड़ी जिला कलेक्टर गीतिमणि फुकन ने टिहू की राजस्व सर्कल अधिकारी उपासना डेका द्वारा आयोजित समारोह में भाग लेते हुए स्वागत भाषण दिया। बैठक में नलबाड़ी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जयंत कुमार गोस्वामी, जिला विकास आयुक्त मून गोगोई, अतिरिक्त उपायुक्त सयानिका ठाकुरिया और फिरदौस आलम, नलबाड़ी जिले के सर्कल अधिकारी, सहायक आयुक्त और प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी विभा कंचन गोगोई, सहायक आयुक्त, विभिन्न विभागों के प्रमुख, कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे।
सुशासन सप्ताह पर कार्यशाला का आयोजन
