श्रीलंका में 3 जनवरी से तीन मैचों की टी-20 शृंखला के लिए हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांडया को भारतीय टीम का कप्तान बनाकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बदलाव का संकेत दिया है। विस्फोटक बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव को टीम का उपकप्तान बनाया गया है। टी-20 टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली एवं केएल राहुल को शामिल नहीं किया गया है। ऐसा संकेत है कि 2024 में होने वाले टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखकर इन खिलाड़ियों को बाहर रखा गया है। ऐसा लग रहा है कि चयनकर्ता प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ घोषित भारतीय टीम में ईशान किशन, ऋतुराज गायकवाड, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, शिवम मावी, मुकेश कुमार एवं उमरान मलिक जैसे नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। संजू सैमसन को टी-20 में मौका दिया गया है, किंतु वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया है। ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ धमाकेदार दोहरा शतक जमाकर सबको चौंका दिया था। पिछले टी-20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन करने वाले ऋषभ पंत एवं भुवनेश्वर कुमार जैसे खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। चयनकर्ताओं ने खराब प्रदर्शन करने वाले वरिष्ठ खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाकर सही कदम उठाया है। हालांकि वनडे टीम की कप्तानी रोहित शर्मा के ही कंधों पर होगी। वनडे टीम में विराट कोहली एवं केएल राहुल को शामिल किया गया है। लेकिन इस टीम में हार्दिक पांडया को उपकप्तान बनाकर उनका कद बड़ा किया गया है। केएल राहुल को विकेट कीपर बल्लेबाज के रूप में मौका मिला है। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि वनडे टीम में केएल राहुल की जगह संजू सैमसन को मौका मिलना चाहिए था। केएल राहुल का प्रदर्शन लगातार खराब हो रहा है। ऐसी स्थिति में उनको बार-बार टीम में शामिल करने का उनको कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौके का इंतजार कर रहे हैं। शिखर धवन एवं ऋषभ पंत को भी वनडे टीम से बाहर किया गया है। शिखर धवन पिछले कुछ मैचों में बड़ी पारी खेल नहीं पा रहे थे। उनका औसत 30 से नीचे आ गया था, जिसके कारण चयनकर्ताओं को उनको बाहर करने का दबाव था। धवन न्यूजीलैंड के खिलाफ 72 रन बनाने के बाद पांच पारियों में केवल 49 रन ही बना पाए थे। सूर्य कुमार यादव के धमाकेदार प्रदर्शन को देखते हुए उनका कद बड़ा किया गया है। श्रेयस अय्यर, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक एवं अर्शदीप सिंह को प्रदर्शन के आधार पर मौका दिया गया है। कुलदीप यादव एवं अक्षर पटेल ने भी अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को आकर्षित किया है। मोहम्मद शमी को फिर से वनडे टीम में मौका मिला है। कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए युवा खिलाड़ियों को मौका देने का समय है। कुछ खिलाड़ी आईपीएल के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, किंतु अंतर्राष्ट्रीय मैचों में फ्लाप हो रहे हैं। आईपीएल की चकाचौंध ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निश्चित रूप से प्रभाव डाला है। ऐसा लगता है कि क्रिकेट खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मैचों के मुकाबले आईपीएल के मैचों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। भारतीय टीम को इस सोच से बाहर निकलते हुए अंतर्राष्ट्रीय मैचों को महत्व देना होगा। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ चयनकर्ताओं को सख्त होने की जरूरत है। केवल बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को ही मौका मिलना चाहिए।A